नेतन्याहू ग़ाज़ा पट्टी में आम नागरिकों का नरसंहार कर रहे हैं: निकोलस मादुरो
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने मंगलवार को अपने एक महत्वपूर्ण बयान में इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर ग़ाज़ा पट्टी में किए जा रहे भयानक अत्याचारों और जनसंहार का आरोप लगाया। मादुरो ने ग़ाज़ा में जारी हिंसा को सिर्फ एक संघर्ष नहीं, बल्कि इसे एक औपनिवेशिक परियोजना बताया, जिसे अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप की मदद से लागू किया जा रहा है। उनका कहना है कि इन शक्तियों का असली उद्देश्य ग़ाज़ा और इस क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण पाना है।
मादुरो ने कहा कि ग़ाज़ा में जारी संघर्ष को लेकर दुनिया भर में जो जानकारी दी जा रही है, वह असली तस्वीर को छिपाती है। उन्होंने अपने भाषण में बताया कि ग़ाज़ा में पिछले एक साल के दौरान इजरायली बमबारी ने 27 हजार बच्चों और 10 हजार से अधिक महिलाओं की जान ली है। इसके अलावा, ग़ाज़ा के 80 प्रतिशत घरों को भी इस बमबारी से नष्ट कर दिया गया है।
उनका कहना था कि इज़रायली सेना द्वारा ग़ाज़ा में किए जा रहे हमले सिर्फ सैन्य ठिकानों पर नहीं हैं, बल्कि अस्पतालों, स्कूलों, मस्जिदों और शरणार्थी शिविरों जैसे मानवीय स्थानों पर भी बमबारी की जा रही है। मादुरो ने इस हमले को एक युद्ध मानने से इंकार करते हुए कहा कि यह एक साफ-साफ जनसंहार है, जिसमें मासूम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
इसके अलावा, मादुरो ने आरोप लगाया कि इज़रायल ने किसी भी संघर्ष-विराम की संभावना को खत्म करने के लिए हिज़्बुल्लाह के नेता सैयद हसन नसरुल्लाह और हमास के नेता इस्माईल हनिया की हत्या करने की साजिश की थी। मादुरो का कहना था कि इज़रायल इन नेताओं को मारकर किसी भी शांति प्रक्रिया को बाधित करना चाहता है, ताकि ग़ाज़ा में जारी हिंसा को समाप्त न किया जा सके।
मादुरो के इस बयान को ग़ाज़ा में हो रही त्रासदी और मानवाधिकार उल्लंघन पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।