ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर मैक्रों की ट्रंप को सलाह
अगर आप, व्लादिमीर पुतिन [रूस के राष्ट्रपति] के सामने कमजोर दिखते हैं, तो आप चीन के सामने विश्वसनीय कैसे दिख सकते हैं?» यह बात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोशल मीडिया पर आयोजित एक प्रश्न-उत्तर सत्र के दौरान अपनी मुट्ठियां भींचते हुए कही।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने आगे कहा, «और आप, जो नहीं चाहते कि ईरान परमाणु बम हासिल करे, आप उस व्यक्ति के सामने कमजोर नहीं हो सकते, जो ईरान को उस लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करना चाहता है।» उन्होंने यह भी कहा कि वह सोमवार को वाशिंगटन की अपनी यात्रा के दौरान इस मुद्दे को अपने अमेरिकी समकक्ष के सामने उठाएंगे।
मैक्रों के ये बयान ऐसे समय में सामने आए हैं, जब यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच रियाद में हुए पहले दौर की वार्ता ने यूरोपीय अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। रियाद में हुई इस बैठक में यूरोपीय और यूक्रेनी अधिकारियों को आमंत्रित नहीं किया गया था। यूरोपीय अधिकारियों ने वाशिंगटन के इस व्यवहार को यूरोपीय महाद्वीप की सुरक्षा के प्रति अपने पुराने सहयोगी की प्रतिबद्धता में कमी के एक और पहलू के रूप में देखा है।
मैक्रों ने अपने संबोधन के एक अन्य भाग में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन युद्ध से निपटने के तरीके को लेकर पैदा की गई अनिश्चितता अमेरिका के सहयोगियों के लिए चिंताजनक है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ट्रंप, पुतिन के सामने इस अनिश्चितता को पैदा कर सकते हैं, तो यह “एक अच्छी बात” होगी।