जेडीयू ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की
पटना: नीतीश सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के नाम पर बड़ा दांव खेला है। बुधवार को बिहार कैबिनेट की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए केंद्र से अनुरोध करने के फैसले को बिहार सरकार ने अपनी सहमति दे दी और नीतीश कैबिनेट ने इस एजेंडे पर मुहर लगा दी है। इस मौके पर एक बार फिर सीएम ने कहा कि अगर केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दे तो राज्य सरकार अपने सभी काम बहुत कम समय में ही पूरा कर लेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने साफ कह दिया है कि बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा मिलना चाहिए। बुधवार (05 जून) को यह मांग जेडीयू के प्रवक्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने की है।
केसी त्यागी ने कहा कि आज दिल्ली में एनडीए की बैठक है। इसमें सभी घटक दल के नेताओं को बुलाया गया है। नीतीश कुमार भी इसमें शामिल हो रहे हैं। नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के सपोर्ट में जेडीयू की तरफ से पत्र भी दिया जाएगा। इस सवाल पर कि इंडिया गठबंधन से कोई संपर्क हुआ है या बातचीत हुई है? इस पर केसी त्यागी ने कहा कि वो समय बीत चुका है। वापस जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।
केसी त्यागी ने कहा कि अगर मल्लिकार्जुन खड़गे और उनकी पार्टी ने बड़ा दिल दिखाया होता तो हम आज यहां नहीं होते। उनके गलत व्यवहार से हम यहां आए हैं। जनता दल स्पष्ट कर चुका है कि ये चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ा गया है। कार्यकर्ता सभी अपने नेताओं के लिए कुछ पदों की इच्छा और अपेक्षा रखते हैं जो गलत नहीं है।
इस सवाल पर कि एनडीए से कोई डिमांड? इस पर केसी त्यागी ने कहा कि बिना किसी शर्त के हम लोगों का एनडीए को सपोर्ट है लेकिन बिहार को जनता के हित में है विशेष राज्य का दर्जा वो मिले। इसके बिना बिहार का विकास असंभव है। 293 का नंबर इंडिया गठबंधन के बजाय एनडीए गठबंधन के पास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे।