इज़रायल के आरोप बेबुनियाद, नेतन्याहू के बयान पर कड़ा विरोध
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को दावा किया था कि फिलिस्तीनी प्रतिरोधी समूह हमास को मिस्र की सीमा के जरिए हथियारों की तस्करी की जा रही है। इस आरोप पर जॉर्डन, कतर, फिलिस्तीन और कुवैत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और नेतन्याहू के बयान की कड़ी निंदा की। दो दिन पहले नेतन्याहू ने फिलाडेल्फी कॉरिडोर से इज़रायली सैनिकों को हटाने से फिर इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि फिलाडेल्फी कॉरिडोर गाज़ा और मिस्र की सीमा पर एक असैन्य क्षेत्र है। नेतन्याहू ने दावा किया कि यह गलियारा हमास के लिए दोबारा हथियारबंद होने के लिए “जीवनरेखा” का काम कर रहा है।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इज़रायल के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि इज़रायल इन आरोपों के जरिए गाज़ा में स्थायी युद्ध-विराम के लिए मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता की कोशिशों को बाधित करना चाहता है।
जॉर्डन ने अपने बयान में कहा कि गाज़ा और कब्जे वाले पश्चिमी तट में जारी इज़रायली आक्रमण को जायज़ ठहराने की असफल कोशिशों के बीच इज़रायली अधिकारियों ने इन दावों को बढ़ावा दिया। जॉर्डन ने सभी इज़रायली दावों का विरोध करने में मिस्र के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त की। कतर के विदेश मंत्रालय ने भी मिस्र के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त करते हुए नेतन्याहू के आरोप को खारिज किया। कतर ने कहा कि नेतन्याहू इज़रायल में जनमत को बदलने और गाज़ा में युद्ध-विराम तथा बंधकों और कैदियों की अदला-बदली के लिए हो रही संयुक्त मध्यस्थता की कोशिशों को रोकने के लिए मिस्र का नाम इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस मौके पर कतर ने इज़रायल से गाज़ा पर क्रूर आक्रमण को तुरंत बंद करने और गाज़ा में विनाशकारी मानवीय संकट से निपटने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने नेतन्याहू के बयानों की निंदा करते हुए फिलिस्तीनी जनता के जबरन विस्थापन का विरोध करने में मिस्र की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए मिस्र के प्रयासों की सराहना की। इसके अलावा, उन्होंने गाज़ा में युद्धविराम समझौते के लिए प्रयास करने और फिलिस्तीनी जनता पर जारी इज़रायली आक्रमण को समाप्त करने के लिए मिस्र, कतर और जॉर्डन के प्रयासों की महत्वता को स्वीकार किया।
नेतन्याहू के बयान पर कुवैत ने भी मिस्र के साथ एकजुटता जताई। एक बयान में, कुवैत के विदेश मंत्रालय ने इज़रायल पर आरोप लगाया कि वह मिस्र, कतर और अमेरिका की संयुक्त मध्यस्थता की कोशिशों में बाधा डालने का प्रयास कर रहा है। काहिरा ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि वे इज़रायली जनमत को भ्रमित करने और युद्धविराम और बंधकों के आदान-प्रदान के समझौते में रुकावट डालने के साथ-साथ मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता की कोशिशों में बाधा डालने के लिए मिस्र को घसीटने का प्रयास कर रहे हैं।