इज़रायल की आक्रामक कार्रवाइयां बेहद चिंतनीय: चीन
संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि ने हाल ही में सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान अस्थायी इज़रायली शासन द्वारा किए जा रहे आक्रामक कार्रवाइयों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इज़रायल की हालिया सैन्य कार्रवाइयों को पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा बताया।
चीनी प्रतिनिधि झांग जून ने इस बैठक में पश्चिम एशिया में तनावपूर्ण माहौल पर बात करते हुए कहा कि मौजूदा परिस्थितियां नाजुक हैं और किसी भी प्रकार का सैन्य हस्तक्षेप, क्षेत्र में और अधिक अस्थिरता को जन्म दे सकता है। झांग ने जोर देकर कहा कि “क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना सभी देशों की सामूहिक जिम्मेदारी है, और हम किसी भी ऐसी कार्रवाई का सख्त विरोध करते हैं जो क्षेत्रीय शांति को खतरे में डालती है।” उन्होंने कहा कि चीन मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष और तनाव से बेहद चिंतित है और सभी पक्षों से संयम बरतने का अनुरोध करता है।
संयुक्त राष्ट्र में तनावपूर्ण चर्चा
सुरक्षा परिषद की इस बैठक में अल-जज़ीरा सहित कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स ने चीनी राजनयिक के हवाले से रिपोर्ट की, जिसमें कहा गया है कि “चीन क्षेत्र में बढ़ते तनाव और इज़रायल द्वारा की जा रही सैन्य कार्रवाइयों को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है। हम किसी भी प्रकार के आक्रामक कदम का विरोध करते हैं जो क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को बाधित करता है।”
चीनी राजदूत ने इस बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि “मध्य पूर्व की स्थिति काफी नाजुक है, और सभी पक्षों को तत्काल युद्ध-विराम लागू करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि ग़ाज़ा में युद्ध-विराम अभी भी स्पष्ट नहीं है और सुरक्षा परिषद द्वारा पारित किए गए कई प्रस्तावों की अनदेखी की जा रही है। उनके अनुसार, यदि यह स्थिति बनी रहती है, तो क्षेत्र में मानवाधिकारों का उल्लंघन और हिंसा की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
युद्ध-विराम और संयम का आह्वान
झांग ने इस बैठक में सभी देशों से अपील की कि वे सैन्य हस्तक्षेप से बचें और क्षेत्र में स्थायी शांति के प्रयास करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन का रुख हमेशा से स्पष्ट रहा है कि क्षेत्रीय विवादों का हल संवाद और कूटनीति के माध्यम से होना चाहिए। “संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का सम्मान करना चाहिए और संघर्ष को हल करने के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना चाहिए।”
चीन की मध्य पूर्व में शांति के लिए प्रतिबद्धता
चीन लंबे समय से मध्य पूर्व में स्थिरता और शांति के लिए प्रयासरत रहा है। झांग जून ने इस दिशा में अपने देश की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि चीन किसी भी प्रयास में अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार है जो शांति स्थापना और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा कि “मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर काम करना होगा ताकि निर्दोष नागरिकों की रक्षा की जा सके और संघर्ष के कारण बढ़ रहे मानवीय संकट को कम किया जा सके।”
इस प्रकार, चीन ने अपने रुख को स्पष्ट करते हुए संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल की आक्रामक नीति की आलोचना की और क्षेत्रीय स्थिरता व शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया है।