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ईरान अमेरिका का असली दुश्मन: कमला हैरिस

ईरान अमेरिका का असली दुश्मन: कमला हैरिस

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ईरान को अमेरिका का मुख्य दुश्मन घोषित करते हुए एक विवादास्पद बयान दिया है। मंगलवार सुबह CBS नेटवर्क के प्रोग्राम ’60 मिनट’ के एक साक्षात्कार में, हैरिस ने कहा कि अगर वे राष्ट्रपति चुनाव में जीतती हैं, तो उनकी पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना होगी।

जबकि हाल के वर्षों में अमेरिकी अधिकारियों ने रूस और चीन को मुख्य प्रतिस्पर्धी और रणनीतिक दुश्मन के रूप में पेश किया है, कमला हैरिस का यह बयान एक अलग रुख दर्शाता है। हैरिस ने ईरान के खिलाफ अपना स्पष्ट दृष्टिकोण रखते हुए इसे अमेरिका का सबसे प्रमुख शत्रु करार दिया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमारे लिए सबसे बड़ा और स्पष्ट दुश्मन ईरान है।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब पश्चिम एशिया और विशेष रूप से ईरान के साथ अमेरिका के संबंध लगातार जटिल होते जा रहे हैं। कमला हैरिस का यह बयान उन विवादों को और तेज़ कर सकता है।

परमाणु समझौते की बहाली पर क्या होगा रुख?

कमला हैरिस ने अपने साक्षात्कार में यह भी साफ किया कि उनकी प्राथमिकता होगी कि ईरान परमाणु हथियार हासिल न कर सके। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह 2015 में हुए संयुक्त व्यापक कार्य योजना (JCPOA) या ईरान परमाणु समझौते को बहाल करने के पक्ष में होंगी या नहीं।

यह समझौता ट्रंप प्रशासन द्वारा 2018 में एकतरफा रूप से रद्द कर दिया गया था, जिसके बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा। डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य नेताओं ने JCPOA को बहाल करने की बात कही है, लेकिन कमला हैरिस के बयान से यह स्पष्ट नहीं है कि वह ईरान के साथ किस प्रकार की कूटनीति अपनाएंगी।

हैरिस के इस बयान पर राजनीतिक विश्लेषकों और विपक्षी दलों से तीखी प्रतिक्रिया की संभावना है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि रूस और चीन के बजाय ईरान को मुख्य दुश्मन कहना अमेरिकी कूटनीति की दिशा में एक नये मोड़ का संकेत हो सकता है। यह बयान राष्ट्रपति पद के लिए उनकी संभावित नीतियों की झलक भी देता है, जहां वह ईरान पर एक सख्त रुख अपनाने का इरादा रखती हैं।

इसके साथ ही, राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार भी इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर सकते हैं, यह दर्शाते हुए कि डेमोक्रेट्स का ध्यान मुख्य रूप से चीन और रूस पर होना चाहिए, जो वर्तमान समय में अमेरिका के लिए सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण कारक माने जाते हैं।

कमला हैरिस का यह बयान राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान एक मुख्य मुद्दा बन सकता है, जहां राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर गहन बहस होने की संभावना है। ईरान, रूस, और चीन जैसे देशों के साथ अमेरिका के संबंध, इज़रायल की सुरक्षा, और वैश्विक कूटनीति जैसे मुद्दे राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मतदाताओं के ध्यान में प्रमुख रूप से रहेंगे।

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