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ईरान ने इस्माइल हनिया की हत्या की जांच शुरू की, कई खुफिया अधिकारियों से पूछताछ जारी

ईरान ने इस्माइल हनिया की हत्या की जांच शुरू की, कई खुफिया अधिकारियों से पूछताछ जारी

तेहरान: ईरान ने हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती तौर पर ईरान के कई खुफिया अधिकारियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है कि आखिर ईरानी खुफिया तंत्र में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई। इस्माइल हनिया, हमास के राजनीतिक नेता, 31 जुलाई 2024 को तेहरान में हत्या कर दी गई और इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की। वे ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान गए थे।

हत्या का तरीका
हनिया की हत्या के तरीके के बारे में विरोधाभासी रिपोर्टें प्रकाशित हुई हैं। कुछ स्रोतों ने संकेत दिया कि वे एक शॉर्ट-रेंज मिसाइल द्वारा मारे गए थे, जबकि कुछ अन्य ने एक दूर से नियंत्रित विस्फोटक उपकरण के विस्फोट की सूचना दी। यह विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह 2 बजे हुआ और इमारत को भारी नुकसान पहुंचा ।

सुरक्षा उपाय और कार्रवाइयाँ
घटना के तुरंत बाद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने व्यापक जांच शुरू की और वरिष्ठ खुफिया और सैन्य अधिकारियों में से 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। इस जांच में निगरानी फिल्मों की समीक्षा, मेहमानों की सूची और तेहरान के हवाई अड्डों की गतिविधियों की जांच शामिल है। इन सभी से किसी गुप्त स्थान पर पूछताछ की जा रही है। ईरानी अधिकारियों के सूत्रों के मुताबिक, ईरान इस बात की जांच कर रहा है कि, इज़रायली खुफिया एजेंसी मोसाद का कोई एजेंट तो ईरान में मौजूद नहीं है, जिसके द्वारा उसने अपने आपको हानिया तक पहुंचाया। इसलिए अब जरूरी है कि पूरी जांच की जाए और पास

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हमास प्रमुख को शहीद करने वाला विस्फोटक पदार्थ और उसे इस्तेमाल करने वाला उपकरण इज़रायल की खुफिया एजेंसी ने 2 महीने पहले संबंधित गेस्ट हाउस में पहुंचा दिया था। जो विस्फोटक पदार्थ इस्तेमाल किया गया वह सीमित रेंज का शक्तिशाली बम बताया जा रहा है जबकि इसे ‘शॉर्ट रेंज प्रोजेक्टाइल’ के जरिए तय समय पर उड़ा दिया गया। इस बम का वजन 7 किलो बताया जा रहा है।

यह भी कहा जा रहा है कि वह बम नहीं बल्कि 7 किलो वजनी मिसाइल था। स्पष्ट रहे कि जिस जगह यह वारदात अंजाम दी गई वह गेस्ट हाउस पासदारान ए इंकलाब का है और अत्यंत सुरक्षा वाले क्षेत्र में है। इसलिए ईरानी सरकार और भी ज्यादा सक्रिय हो गई है क्योंकि अब यह उसकी साख का सवाल बन गया है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव
इस्माइल हनिया की हत्या, जो हमास के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थे, क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है। यह घटना विशेष रूप से ऐसे समय में हुई जब इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम वार्ता चल रही थी और हनिया की मौत ने इन वार्ताओं को प्रभावित किया है। ईरानी और हमास दोनों अधिकारियों ने इस हमले का जवाब देने का वादा किया है, और यह मुद्दा क्षेत्र में और अधिक संघर्ष को बढ़ावा दे सकता है।

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