ईरान का इराक़ में, इज़रायली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद पर हमला

इराक़ में ईरान का, इज़रायली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद पर हमला

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने सोमवार देर रात इराक के एरबिल शहर में इज़रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के दफ्तरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई। ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक मिसाइलें ईरान विरोधी आतंकी खुफिया केंद्रों पर दागीं गई हैं। हालांकि, इज़रायल ने इस हमले को लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

ये हमला इज़रायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को निशाना बनाकर किया गया। स्टेट मीडिया ने सोमवार रात आईआरजीसी ने इज़रायल की मोसाद एजेंसी का नाम लेते हुए एक बयान में कहा कि आज क्षेत्र में जासूसी केंद्रों और ईरानी विरोधियों की ताकत को खत्म करने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है।

ईरान ने इस हमले को इज़रायल के अटैक मारे गए अपने कमांडरों का बदला बताया है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में इज़रायल ने सीरिया और लेबनान में एयर स्ट्राइक की थीं। इनमें ईरान के ब्रिगेडियर जनरल रज़ा मुसवी और हमास के डिप्टी लीडर सालेह अल अरूरी की मौत हो गई थी।

ईरान ने ब्रिगेडियर जनरल रज़ा मूसवी की शहादत के बाद कहा था कि वह जनरल रज़ा मूसवी की शहादत का बदला ज़रूर लेगा। ईरान ने जब भी अपने शहीदों की मौत का बदला बदला लेने की बात कही, उसने बदल ज़रूर लिया है।

इससे पहले इराक़ में ईरान के सर्वोच्च कमांडर शहीद जनरल क़ासिम की सुलैमानी की अमेरिका द्वारा मिसाइल अटैक में शहादत के बाद ईरान ने कहा था कि, हम इस शहादत का बदला ज़रूर लेंगे। उसके बाद ईरान ने इराक़ में इज़रायली एयर बेस पर मिसाइल हमला कर अमेरिकी अहंकार को मिट्टी में मिला दिया था।

ईरान के कुर्दिस्तान की राजधानी एरबिल से करीब 40 किमी उत्तर-पूर्व में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के साथ-साथ नागरिक आवासों के पास के इलाके में विस्फोटों की आवाज सुनी गई। दो अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि मिसाइलों के हमले से कोई भी अमेरिकी फैसेलिटी प्रभावित नहीं हुई। कुर्दिस्तान सरकार की सुरक्षा परिषद ने एक बयान में हमले को अपराध बताते हुए कहा कि एरबिल पर हमलों में कम से कम चार नागरिक मारे गए और छह घायल हो गए।

ईरान ने पहले भी इराक के उत्तरी कुर्दिस्तान क्षेत्र में हमले किए हैं। ईरान का कहना है कि इस क्षेत्र का इस्तेमाल ईरानी अलगाववादी समूह और इज़रायल के एजेंट उसके खिलाफ करते है। इराक ने 2023 में ईरान के साथ हुए सुरक्षा समझौते के हिस्से के रूप में कुछ सदस्यों को स्थानांतरित करने के लिए पहाड़ी सीमा क्षेत्र में अलगाववादी समूहों पर ईरानी चिंताओं को दूर करने की कोशिश की है।

ईरान की आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बताया कि आईआरजीसी ने यह भी कहा कि उसने इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र में कथित इज़रायली ‘जासूसी मुख्यालय’ पर हमला किया है। उसने इज़रायल की जासूसी एजेंसी मोसाद का नाम लेते हुए कहा कि मुख्यालय ने ‘क्षेत्र में जासूसी अभियानों को विकसित करने और आतंकवादी कार्रवाइयों की योजना बनाने के केंद्र’ के रूप में कार्य किया था।

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