इज़रायल स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमास के हमले के मद्देनजर शनिवार को इज़रायल के प्रति एकजुटता व्यक्त की। पीएम मोदी ने इज़रायल पर हुए हमास के हमले को “आतंकवादी हमला” करार देते हुए इसकी निंदा की। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्थिति को लेकर कहा कि उनका देश युद्धरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इज़रायल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस कठिन घड़ी में हम इज़रायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
इज़रायल स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए इज़रायल में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों से आग्रह है कि हमेशा सतर्क रहें और स्थानीय अथॉरिटी जो भी सेफ्टी प्रोटोकॉल बता रही है, उसका पालन करें। किसी भी तरह की गैर जरूरी मूवमेंट न करें और अपने घरों में ही रहें।
दूतावास ने इज़रायल के होम फ्रंट कमांड की वेबसाइट www.oref.org.il का विजिट करने की सलाह दी है, जहां पर सेफ्टी प्रोटोकॉल जारी किए जा रहे हैं। दूतावास ने किसी भी आपात स्थिति के लिए नंबर +97235226748 भी जारी किया है। साथ ही [email protected] पर मैसेज छोड़ने की बात भी कही है। एडवाइजरी में कहा गया है कि आगे किसी भी सूचना के लिए दूतावास के अधिकारी जानकारी देंगे।
बता दें कि फिलीस्तीनी संगठन हमास ने दक्षिण इज़रायल पर करीब 5000 रॉकेट हमले किए हैं, जिससे शहर में भयानक तबाही की तस्वीरें आ रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार फिलीस्तीनी संगठन ने न सिर्फ इज़रायल में घुसपैठ की बल्कि समुद्र और आसमान से हमले भी किए हैं। वहीं इज़रायल भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर चुका है।
इज़रायल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतामर बेन ग्वीर ने स्टेट ऑफ नेशनल इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। मिनिस्टर ने कहा कि आतंकियों के हमले मं 22 इजराइली नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 500 से ज्यादा लोग रॉकेट हमलों की चपेट में आए हैं।
दूतावास की वेबसाइट पर दिए गए विवरण के अनुसार, इज़रायल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें मुख्य रूप से इजराइली बुजुर्गों, हीरा व्यापारियों, आईटी पेशेवरों और छात्रों की देखभाल करने के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं। इज़रायल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं जो पचास और साठ के दशक में भारत से इज़रायल गए थे।