ईरान-अमेरिका वार्ता के बीच आईएईए के नए आरोप
अमेरिकी न्यूज़ एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने एक गोपनीय रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि ईरान ने हथियार-ग्रेड स्तर के करीब 60% तक संवर्धित यूरेनियम का भंडार बढ़ाया है। एजेंसी के मुताबिक, 17 मई तक ईरान के पास 408.6 किलोग्राम 60% तक संवर्धित यूरेनियम था, जो फरवरी की पिछली रिपोर्ट से 133.8 किलोग्राम अधिक है।
IAEA के महानिदेशक राफायल ग्रोसी ने इस रिपोर्ट में बार-बार यह बात दोहराई कि “ईरान इकलौता ऐसा गैर-परमाणु देश है जो इतनी उच्च स्तर की संवर्धन प्रक्रिया कर रहा है”। उन्होंने ईरान से “पूर्ण और प्रभावी सहयोग” की मांग फिर से दोहराई है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रोसी ने तीन अनघोषित स्थलों पर परमाणु सामग्री की मौजूदगी को लेकर पहले लगाए गए आरोपों को फिर से दोहराया है। हालांकि, रिपोर्ट यह भी कहती है कि कोई विश्वसनीय संकेत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो कि ईरान का कोई सक्रिय और गुप्त परमाणु कार्यक्रम मौजूद है।
यह आरोप उस वक्त सामने आए हैं जब पश्चिमी राजनयिकों ने कहा है कि पश्चिमी ताकतें IAEA की गवर्निंग बॉडी के आगामी सत्र में ईरान के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बना रही हैं। यह सत्र 9 जून से शुरू होगा। रॉयटर्स के मुताबिक, IAEA इस सत्र से पहले ईरान पर अपनी त्रैमासिक रिपोर्ट्स तैयार कर रहा है, जिनमें एक विशेष “विस्तृत रिपोर्ट” भी शामिल है।
एक यूरोपीय अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि यह विस्तृत रिपोर्ट ईरान के प्रति “कड़ी” होगी। वहीं एक अन्य राजनयिक ने पुष्टि की कि पश्चिमी देश एक प्रस्ताव का मसौदा तैयार कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अधिक विवरण नहीं दिया।
ये घटनाक्रम ऐसे समय पर हो रहे हैं जब अमेरिका बार-बार ईरान के स्थानीय यूरेनियम संवर्धन के अधिकार को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है, जो उसे एनपीटी संधि के तहत प्राप्त है। वॉशिंगटन और तेहरान के बीच चल रही अप्रत्यक्ष वार्ताओं के दौरान अमेरिकी अधिकारी कई बार ईरान से शून्य संवर्धन की मांग कर चुके हैं।
ईरान ने हमेशा इज़रायल और पश्चिमी देशों के आरोपों को खारिज करते हुए यह स्पष्ट किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है और वह अपने इस वैधानिक अधिकार से पीछे नहीं हटेगा।

