ईरान से न कोई बात करूंगा, न कोई रियायत दूंगा: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को लेकर एक तीखा बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि वे ईरान से न तो कोई बातचीत कर रहे हैं और न ही करेंगे। यह बयान ऐसे वक्त आया है जब ईरानी सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि वह मौजूदा अमेरिकी प्रशासन से किसी भी किस्म की बातचीत के मूड में नहीं है!
ट्रंप ने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘Truth Social’ पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने डेमोक्रेटिक सीनेटर क्रिस कून्स की आलोचना करते हुए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी निशाना बनाया। उन्होंने लिखा:
“क्रिस कून्स जैसे नकली डेमोक्रेट नेताओं को कहो कि मैं ईरान को कुछ भी नहीं देने वाला। ओबामा ने जो बेवकूफाना परमाणु समझौता (JCPOA) किया था, उसके तहत अरबों डॉलर ईरान को दे दिए गए। मैं तो उनसे बात भी नहीं कर रहा, क्योंकि हम पहले ही उनके परमाणु ठिकानों को तबाह कर चुके हैं।”
दरअसल, सीनेटर क्रिस कून्स ने हाल ही में ईरानी ठिकानों पर अमेरिकी हमलों को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने मीडिया से कहा था कि इस तरह के सैन्य अभियानों से पहले प्रशासन को जनता और संसद को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इसकी लागत क्या होगी, इसमें कितना समय लगेगा, सैनिकों के लिए जोखिम क्या हैं, और इसकी रणनीति क्या है।
डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा कि ईरान के परमाणु ठिकानों को अमेरिका ने “पूरी तरह से तबाह कर दिया है”, अमेरिका के भीतर ही संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। कई विशेषज्ञों और सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ अस्थायी रूप से धीमा हुआ है, लेकिन वह अभी भी सक्रिय है और ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में कुछ ही महीने दूर है।

