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ईरानी राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार में जनसैलाब, नम आंखों से दें गई श्रद्धांजलि

ईरानी राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार में जनसैलाब, नम आंखों से दें गई श्रद्धांजलि

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की नमाज़े जनाज़ा गुरुवार को तेहरान में अदा की गई। ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक क्रांति के नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने तेहरान विश्वविद्यालय परिसर में नमाज़े जनाज़ा पढाई, जिसमें लाखों ईरानी शोक मनाने वाले और बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान शामिल हुए। पूरे ईरान से लाखों लोक शोक संतप्त लोग अपने नेता को अंतिम विदाई देने के लिए तेहरान पहुंचे।

रिपोर्ट के मुताबिक, जनाज़े की नमाज के बाद तेहरान यूनिवर्सिटी से शहीदों का जनाजा निकलना शुरू हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में शोक संतप्त लोग शामिल हुए। हर तरफ इंसानों के सिरों का समुद्र नजर आ रहा था। ज्यादातर लोगों के हाथों में राष्ट्रपति रईसी और अन्य दिवंगत लोगों की तस्वीरें और पोस्टर थे। इस दौरान हर तरफ़ लोगों की आंखों में आंसुओं का सैलाब देखने को मिला।

विदेशी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके सहयोगियों के शवों को विमान से तबरेज़ से तेहरान, तेहरान से क़ुम, और क़ुम से तेहरान ले जाया गया। तबरेज़, क़ुम, तेहरान सभी जगहों पर उनके चाहने वालों की इतनी भीड़ उमड़ आयी जिसे गिना नहीं जा सकता। हवाई अड्डे पर ईरानी राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ईरानी राष्ट्रपति को शुक्रवार को उनके गृहनगर मशहद में इमाम अली रज़ा के रौज़े में में दफनाया जाएगा।

बुधवार, 21 मई को इब्राहिम रटीसी और अन्य लोगों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया तबरेज़ से शुरू हुई। तबरेज़ की सड़कों पर हजारों शोक संतप्त लोग मौजूद थे, जहाँ ईरानी अधिकारियों ने राष्ट्रपति रईसी के संबंध में भाषण दिए और इस अवसर पर सभी लोगों ने उनके लिए प्रार्थना की। इस मौके पर ईरानी नागरिकों के हाथों में रईसी की तस्वीरें थीं। ईरान के अलग-अलग शहरों में सड़कों पर राष्ट्रपति रईसी समेत सभी शहीदों के बैनर भी लगाए गए हैं। गुरुवार शाम आयोजित शोक समारोह में 65 देशों के राष्ट्राध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

अंतिम संस्कार की रस्में कहाँ? और कैसे हुई ?
हेलीकॉप्टर दुर्घटना के पीड़ितों की अंतिम संस्कार प्रार्थना सुबह तेहरान विश्वविद्यालय के विशाल परिसर में की गई।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने अंनमाज़े जनाज़ा पढ़ी और मृतकों के रिश्तेदारों से मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की।
यहां से शवयात्रा आजादी चौक तक गई, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए।
दोपहर में रईसी की याद में आयोजित शोक समारोह में 15 से ज्यादा राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
गुरुवार शाम को राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए उनके गृहनगर मशहद ले जाया गया।
अन्य मृतकों को भी उनकी पैतृक भूमि पर दफनाया जाएगा।

अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए विभिन्न देशों के प्रमुख तेहरान पहुंचे
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उनके साथ शहीद होने वाले वाले अन्य महत्वपूर्ण लोगों के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 65 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और विदेशी अधिकारी तेहरान पहुंचे थे। आईआरएनए के मुताबिक, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ, कतर के अमीर, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रीय नेता, ट्यूनीशिया और ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति, इराक, पाकिस्तान, आर्मेनिया, कतर और अजरबैजान के प्रधान मंत्री, हमास के नेता इस्माइल हनियेह, इराक रूस अल्जीरिया, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और लेबनान की संसदों के प्रमुख, उन महत्वपूर्ण विदेशी नेताओं और अधिकारियों में से हैं, जो शहीद राष्ट्रपति आयतुल्लाह सैयद इब्राहिम रईसी और उनके साथ शहीद हुए लोगों के अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया।

रईसी और उनके साथ शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने का आधिकारिक अनुष्ठान ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मोखबर की मेजबानी में तेहरान में दोपहर 2:00 बजे शुरू हुआ। आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, अंतिम संस्कार के जुलूस के अंत में मृतक के ताबूत को पूरे प्रोटोकॉल के साथ तेहरान समिट हॉल में ले जाया गया, जहां भारत, पाकिस्तान, इराक, सीरिया, अजरबैजान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, कंबोडिया, मलेशिया, कतर, ओमान, यमन, तुर्की, जापान और कई अन्य देशों, शंघाई सहयोग संगठन, ओआईसी के अधिकारियों सहित उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया।

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