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हिज़बुल्लाह ने हाइफ़ा को ज़मीन से ज़मीन तक मार करने वाले मिसाइल से निशाना बनाया: इज़रायली मीडिया

हिज़बुल्लाह ने हाइफ़ा को ज़मीन से ज़मीन तक मार करने वाले मिसाइल से निशाना बनाया: इज़रायली मीडिया

इज़रायली मीडिया ने आज रविवार को भी उत्तर के विभिन्न क्षेत्रों और हाइफ़ा में जारी हिज़्बुल्लाह लेबनान के मिसाइल हमलों की खबर दी है। इज़रायली मीडिया में यह खबर एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि उत्तर के कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में यह हमला बड़े पैमाने पर दहशत और उथल-पुथल का कारण बना है।

रविवार की सुबह से ही कई इलाकों में चेतावनी सायरनों की आवाज़ों ने लोगों को सावधान कर दिया, जिनमें प्रमुख रूप से अरब अल-अराम्शा, किरयात शमोना, और हाइफ़ा से लेकर ख़दीरा तक के क्षेत्र शामिल हैं। इन सायरनों का उद्देश्य आम जनता को संभावित हमलों से बचाने के लिए तुरंत शरणस्थलों की ओर जाने के लिए आगाह करना था।

इज़रायली मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, हिज़बुल्लाह द्वारा लेबनान से छोड़े गए दो ज़मीन से ज़मीन तक मार करने वाले मिसाइलों ने पूरे इलाके में भय का माहौल बना दिया। इन मिसाइल हमलों के कारण हाइफ़ा से लेकर ख़दीरा तक के बड़े इलाके के लोग अपनी जान बचाने के लिए शरणस्थलों में भागने पर मजबूर हुए।

इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच तनाव अब एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां दोनों ओर से आक्रमण की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके अलावा, इज़रायली रक्षा प्रणाली और सेना भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं और इन मिसाइल हमलों के बाद से उत्तरी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।

कई सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला हिज़बुल्लाह की ओर से आने वाले बड़े हमलों का संकेत हो सकता है, क्योंकि संगठन ने पहले भी अपनी मिसाइल क्षमता को और मजबूत करने की बात कही है। इज़रायल ने पहले ही अपनी सीमा के आस-पास सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया है और किसी भी संभावित हमले का जवाब देने के लिए पूरी तैयारी की हुई है।

इस घटना का व्यापक राजनीतिक प्रभाव भी हो सकता है, क्योंकि इज़रायल और लेबनान के बीच पहले से ही चल रहे संघर्ष के बीच इस तरह के हमले से मध्य पूर्व में स्थिति और भी अस्थिर हो सकती है। कुल मिलाकर, यह हमला सिर्फ इज़रायल और लेबनान के बीच सैन्य संघर्ष तक सीमित नहीं है, बल्कि इस घटना का असर अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी पड़ने की संभावना है।

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