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ग़ाज़ा: इजरायल का खूनी ऑपरेशन, 210 फ़िलिस्तीनियों की मौत, 400 से ज्यादा घायल

ग़ाज़ा: इजरायल का खूनी ऑपरेशन, 210 फ़िलिस्तीनियों की मौत, 400 से ज्यादा घायल

हमास के सशस्त्र विंग अल-क़स्साम ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा है कि केंद्रीय ग़ाज़ा के नुसरत क्षेत्र में इज़रायली सेना ने युद्ध अपराध किया, जिसमें उसने अपने 4 बंदियों को छुड़ा लिया मगर कई बंदियों को बमबारी में मार डाला। उन्होंने पिछली शाम एक ट्वीट में कहा कि “इज़रायली सेना ने भयावह नरसंहार करके अपने कुछ बंदियों को रिहा कराया लेकिन ऑपरेशन के दौरान उनमें से कुछ को मार दिया।” उन्होंने चेतावनी दी कि “ऑपरेशन बंदियों के लिए बहुत बड़ा खतरा बनेगा और उनके हालात और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।”

ग़ाज़ा में सरकारी मीडिया कार्यालय ने पिछली शाम एक बयान में बताया कि केंद्रीय ग़ाज़ा पट्टी के नुसरत कैंप में इज़रायली सेना के नरसंहार में मौतों की संख्या 210 हो गई है और 400 से अधिक घायल हैं। अल-अक्सा अस्पताल शहीद, घायल और मारे गए लोगों के शवों से भरा हुआ है, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं जिन्हें बिस्तरों और बुनियादी चिकित्सा सामग्री की कमी के कारण फर्श और गलियारों में रखा गया है। इज़रायली सेना की तीव्र बमबारी का निशाना बने नुसरत कैंप के विभिन्न क्षेत्रों से एम्बुलेंस के जरिए घायलों को स्थानांतरित करने का सिलसिला जारी है।

गिरफ्तार कैदियों को छुड़ाने के लिए खूनी ऑपरेशन में इज़रायली कमांडर मारा गया
इज़रायली पुलिस ने पिछले दिन कमांडर अर्नोन ज़मोरा की मौत की घोषणा की है जो अल-नसीरत में एक खूनी ऑपरेशन के दौरान 4 कैदियों को छुड़ाने की कार्रवाई में मारा गया। इज़रायली सेना ने ‘एलीमाम’ यूनिट के डिवीजन कमांडर चीफ इंस्पेक्टर अर्नोन ज़मोरा की मौत पर शोक व्यक्त किया है। ‘एलीमाम’ इज़राइली सेना से जुड़ी एक उच्च प्रशिक्षित विशेष इकाई है। इज़राइली मीडिया ने जानकारी दी है कि ज़मोरा ऑपरेशन में गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

इज़रायली ने अपने कई कैदियों को मार दिया:अल-क़स्साम ब्रिगेड्स
अल-क़स्साम ब्रिगेड्स के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि “नसीरत क्षेत्र में की गई कार्रवाई में एक तरफ फिलिस्तीनियों का बेतहाशा नरसंहार किया गया और दूसरी तरफ कैदियों को छुड़ाने की कार्रवाई में दुश्मन सेना ने अपने ही कई कैदियों को मार डाला।” अबू उबैदा ने पुष्टि की कि “काबिज़ सेना ने भयावह नरसंहार कर अपने कुछ कैदियों को छुड़ा लिया लेकिन उसने ऑपरेशन के दौरान उनमें से कुछ को मार डाला।”

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