भारत के पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का 93 वर्ष की उम्र में निधन
नई दिल्ली: भारत के पूर्व विदेश मंत्री, प्रसिद्ध राजनयिक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के नटवर सिंह का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले दो हफ्तों से अस्पताल में भर्ती थे, जहां उनका इलाज चल रहा था। नटवर सिंह ने भारतीय राजनीति और कूटनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2005 तक विदेश मंत्री रहे, लेकिन 6 दिसंबर 2005 को खाद्य तेल के विवाद के चलते उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। इस मामले में उन्होंने हमेशा अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया।
नटवर सिंह ने राजीव गांधी सरकार में भी महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। 1986 से 1989 के बीच उन्होंने विदेश मंत्रालय में मंत्री के रूप में काम किया और इससे पहले उन्होंने स्टील, माइनिंग और कोयला और कृषि मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री का पद संभाला। राजनीति में आने से पहले नटवर सिंह एक वरिष्ठ राजनयिक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे।
उन्होंने 1953 में 22 वर्ष की उम्र में भारतीय विदेश सेवा (IFS) में प्रवेश किया और उसके बाद कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उन्होंने 1973 से 1977 तक ब्रिटेन में भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर के रूप में सेवाएं दीं और उसके बाद जाम्बिया में भारत के उच्चायुक्त बने। पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में उन्होंने 1980 से 1982 तक सेवाएं दीं, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा।
नटवर सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रतिष्ठित संस्थानों से अध्ययन किया। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की, और इसके बाद कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की। चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी में भी उन्होंने इतिहास का अध्ययन किया था। उनकी सेवाओं और योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। नटवर सिंह का राजनीतिक और कूटनीतिक जीवन बेहद समृद्ध और प्रभावशाली रहा है। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत हो गया है। उनकी विरासत और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।