ग़ाज़ा में इजरायली दरिंदगी के 9 माह पूरे होने पर भी नागरिकों पर बमबारी नहीं रुकी
ग़ाज़ा में इजरायली दरिंदगी के 9 महीने पूरे हो गए हैं, 276वें दिन भी फिलिस्तीनी नागरिकों पर बमबारी नहीं रुकी। दुनिया चिल्लाती रह गई लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू की बर्बर सोच में कोई बदलाव नहीं आया। फलस्वरूप, फिलिस्तीनियों की नरसंहार और क्षेत्र से उनकी ‘सफाई’ चरम पर है।
इजरायल की तरफ से गाजा छोड़ने की धमकी पर ग़ाज़ा सिटी से फिलिस्तीनियों का पलायन फिर से शुरू हो गया है। बेसहारा फिलिस्तीनी बच्चे और महिलाएं दर-बदर हो रहे हैं। अलजज़ीरा के मुताबिक, पलायन के दौरान दिल दहला देने वाले दृश्य देखने को मिल रहे हैं।
इन हालातों में भी हमास के बहाने बनाकर दरिंदे सरीखे इजरायली सैनिक लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रहे हैं। ग़ाज़ा की स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायल ने पिछले 24 घंटों के दौरान ग़ाज़ा में कम से कम 40 लोगों को शहीद किया है। नए आंकड़ों के अनुसार शहीद फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 38,193 हो गई है। गाजा में इजरायल के हमलों में और 75 लोग घायल हुए हैं, जिससे 7 अक्टूबर से अब तक घायलों की कुल संख्या 87,903 हो गई है।
फिलिस्तीनी शहीदों में 16 हजार बच्चे और 10 हजार महिलाएं शामिल हैं। इजरायली हमलों में संयुक्त राष्ट्र के संस्थाओं के मुताबिक गाजा में अस्पताल पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं, और 90 प्रतिशत आबादी बेघर होकर भूख का शिकार है।प्रसिद्ध मेडिकल जर्नल लैंसेट ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें एक इजरायली समेत 3 शोधकर्ताओं की रिपोर्ट के अनुसार, ग़ाज़ा में हमलों और बीमारियों से कुल मौतों की वास्तविक संख्या एक लाख 86 हजार तक पहुंच सकती है।
वहीं, इजरायल के अति-दक्षिणपंथी समर्थक वित्त मंत्री ‘बेजालेल स्मोट्रिच’ ने कहा है कि “ग़ाज़ा पर हमले जारी रहने चाहिए”। स्मोट्रिच ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा है कि “इजरायल को, अपने उद्देश्यों में सफलता मिलने तक, ग़ाज़ा पर हमले जारी रखने चाहिए”।
उन्होंने कहा है कि “हमास का दम निकल गया है और अब वे संघर्ष विराम के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। इस समय हमले रोकना, हमास को संभलने का मौका देकर फिर से युद्ध करने की अनुमति देने का मतलब होगा”। स्मोट्रिच ने ग़ाज़ा पर हमलों की स्थायित्व से संबंधित बयान ऐसे समय में जारी किया है जब तेल अवीव और हमास के बीच कैदियों की अदला-बदली के लिए वार्ता चल रही है।
बयान अपने समयानुसार चयन की वजह से ध्यान का केंद्र बन रहा है। स्पष्ट रहे कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कल जारी बयान में कहा था कि “गाजा में अगर कोई संघर्ष विराम समझौता होता है तो इस समझौते को इजरायल को, अपने लक्ष्यों में सफलता तक, ग़ाज़ा पर फिर से हमला करने का अधिकार देना होगा”।
इजरायल की गृह सुरक्षा एजेंसी शिन-बेट के निदेशक रोनन बार की नेतृत्व में इजरायली वार्ताकार दल कैदियों की अदला-बदली और रफाह सीमा चौकी के प्रबंधन पर वार्ता में भाग लेने के लिए आज सुबह मिस्र की राजधानी काहिरा रवाना हो गया था।