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ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद ईडी निदेशक कोलकाता पहुंचे

ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद ईडी निदेशक कोलकाता पहुंचे

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिला में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शहजहां शेख के घर पर छापेमारी के दौरान अपने अधिकारियों पर हमले के चार दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निदेशक राहुल नवीन मंगलवार को यहां पहुंचे। ईडी प्रमुख लगभग सवा दो बजे दमदम हवाई अड्डे पर पहुंचे और यहां उन्होंने एक घंटे तक तीन ईडी अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद वह होटल में रात्रि विश्राम के लिए रवाना होने हो गए।

सूत्रों के अनुसार ईडी प्रमुख जमीनी हकीकत की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। ईडी के कोलकाता कार्यालय ने शुक्रवार को दो स्थानों पर हुए हमलों के संबंध में पहले ही विस्तृत रिपोर्ट भेज दी थी। इनमें 24 परगना में संदेश खाली है, जहां ईडी अधिकारियों के साथ-साथ सीआरपीएफ पर हमले की साजिश रचने के आरोपी शहजहां शेख रहते हैं,और दूसरा बोनगांव में जहां पूर्व नगर पालिका प्रमुख शंकर अद्य्या उर्फ डाकू रहते है।

संदेशखाली में सर्च ऑपरेशन छोडक़र ईडी के अधिकारी जान के डर से वापस लौट आए थे, जबकि बोनगांव की टीम ने राशन वितरण घोटाले में शामिल होने के आरोपी अद्या को गिरफ्तार कर लिया।

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख के समर्थकों के एक समूह द्वारा किए गए हमले में कम से कम तीन ईडी अधिकारी घायल हो गए, उनमें से एक को सिर में चोट लगी और उनके वाहनों नष्ट हो गए। सूत्रों ने कहा कि दौरे पर आए ईडी निदेशक राहुल नवीन साल्ट लेक स्थित सीजीओ काम्प्लेक्स में अपने अधिकारियों के साथ एक इनडोर बैठक की अध्यक्षता करेंगे। ईडी ने शनिवार को भगोड़े शेख के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया, जो अभी भी गिरफ्तारी से बच रहा है।

ईडी को संदेह है कि पीडीएस घोटाला 9,000 से 10,000 करोड़ रुपए के बीच है, जिसमें से 2000 करोड़ रुपए सीधे या बांग्लादेश के माध्यम से दुबई में स्थानांतरित किए गए थे। केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ईडी ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की गई विभिन्न प्राथमिकियों के आधार पर पीडीएस घोटाले की जांच शुरू की, जिसमें कथित तौर पर विभिन्न निजी व्यक्तियों को पीडीएस राशन के अनधिकृत कब्जे में पाया गया और धान की फर्जी खरीद में शामिल पाया गया।

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