दिल्ली में कांग्रेस का ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ का आयोजन
कांग्रेस ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ का आयोजन करके देश में ओबीसी की भागीदारी का मुद्दा उठाया और एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की। राहुल गांधी ने अपने 21 वर्षों के राजनीतिक करियर में ओबीसी वर्गों के अधिकारों की सुरक्षा में असफलता स्वीकार करते हुए यह संकल्प व्यक्त किया कि कांग्रेस इस गलती को सुधारेंगी। उन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस की सत्ता वाले हर राज्य में जाति-आधारित सर्वे कराया जाएगा और सत्ता में ओबीसी को उनकी जनसंख्या के अनुपात में हिस्सा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
भागीदारी न्याय सम्मेलन में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि मीडिया ने उनके अंदर हवा भर रखी है। उनमें दिखावा ज्यादा है और कुछ नहीं। उनमें कोई दम नहीं है। उन्हें बहुत अधिक महत्व दिया गया। राहुल गांधी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी से दो-तीन बार मिले हैं और उनके साथ एक ही कमरे में बैठने के बाद उन्होंने महसूस किया कि प्रधानमंत्री कभी भी बड़ा मुद्दा नहीं थे।
न्याय सम्मेलन में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सचिन पायलट, तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री मलुभूति विक्रमार्क, पुदुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी, ओबीसी विभाग के चेयरमैन अनिल जे. हिंद सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
विपक्ष के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि यह हिंदू इंडिया है जबकि 50 प्रतिशत हिंदू ओबीसी हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर यह हिंदू इंडिया है तो मीडिया और कॉर्पोरेट कंपनियों में ओबीसी क्यों नहीं हैं? इसी तरह बड़े एंकरों की सूची में ओबीसी क्यों नहीं हैं? उन्होंने कहा कि जहां भी कांग्रेस की सरकार होगी, हम जाति-आधारित जनगणना करेंगे, ताकि हमें पता चले कि ओबीसी लोगों की देश में कितनी भागीदारी है। राहुल गांधी ने कहा कि 21वीं सदी आंकड़ों का सदी है। तेलंगाना में सरकार के पास मौजूद आंकड़ों से हम बता सकते हैं कि राज्य में सभी कॉर्पोरेट्स और उनके प्रबंधन में कितने लोग अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी के हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना राज्य के गठन के लिए उनकी माता सोनिया गांधी ने संघर्ष किया और इस खूबसूरत राज्य के लोगों, भाषा और संस्कृति से हमारा गहरा भावनात्मक संबंध मजबूत हुआ।

