ब्राज़ीली अदालत का इज़रायली सैनिकों के खिलाफ जांच का आदेश
“हिंद रजब फाउंडेशन (एचआरएफ) ने बताया कि ब्राज़ील की एक अदालत ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पुलिस को आदेश दिया है कि वह ग़ाज़ा में युद्ध अपराधों के आरोपी संदिग्ध इज़रायली सैनिक की तुरंत जांच करे। इस सैनिक पर ग़ाज़ा में युद्ध अपराधों में शामिल होने का आरोप है।”
संदिग्ध पर आरोप
एक सप्ताह पहले एचआरएफ ने एक संदिग्ध सैनिक पर आरोप लगाया था, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह वर्तमान में एक पर्यटक के रूप में ब्राज़ील में मौजूद है। इस पर ग़ाज़ा में इज़रायल के नरसंहार अभियान के दौरान नागरिकों के घरों को नष्ट करने में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
हिंद रजब फाउंडेशन की वकील मायरा पिन हीरियो ने वीडियो और तस्वीरों का हवाला दिया जिसमें संदिग्ध सैनिक को ग़ाज़ा में युद्ध अपराध करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि “संदिग्ध सैनिक ने ग़ाज़ा में नागरिकों के घरों और उनकी आजीविका के साधनों को नष्ट करने में सक्रिय रूप से भागीदारी की है।”
एचआरएफ फिलिस्तीनियों के लिए न्याय की वकालत करने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाने वाला एक संगठन है।
ब्रज़ीली अदालत का ऐतिहासिक फैसला
फेडरल कोर्ट ऑफ द फेडरल डिस्ट्रिक्ट में पीड़ितों के परिवारों ने मामले में भाग लिया और कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से न्याय की मांग की। एचआरएफ ने संदिग्ध सैनिक को तुरंत हिरासत में लेने की मांग की है, क्योंकि उसके ब्राज़ील छोड़ने और सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का खतरा है। अदालत ने ब्राज़ील के दंड प्रक्रिया कोड का उपयोग करते हुए तत्काल जांच का आदेश दिया है।
एचआरएफ ने ब्राज़ील की अदालत के इस आदेश को एक “ऐतिहासिक कदम” करार दिया है। संगठन के चेयरमैन दियाब अबू जहजह ने कहा, “यह युद्ध अपराधों में शामिल व्यक्तियों को जवाबदेह ठहराने की दिशा में एक सशक्त कदम है।”
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का निर्णय
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने भी इज़रायल को युद्ध अपराधों का दोषी ठहराया है। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने नेतन्याहू और योआव गैलेंट के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। अब तक इज़रायली हमलों के कारण ग़ाज़ा में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 10 लाख से अधिक लोग घायल हुए हैं।