मणिपुर में भाजपा कार्यालय में गुस्साई भीड़ ने आग लगाई
मणिपुर में दो छात्रों की हत्या का मामला सामने आने के बाद हिंसक वारदात बढ़ती जा रही हैं। बिष्णुपुर समेत विभिन्न जिलों में छात्रों के प्रदर्शन जारी हैं। मणिपुर में भाजपा के एक मंडल कार्यालय को बुधवार को गुस्साई भीड़ ने आग लगा दी। थौबल जिले में स्थित कार्यालय को छात्र प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने निशाना बनाया, जिन्होंने राज्य में दो छात्रों की हत्या पर अपना रोष गुस्सा जताया था।
मणिपुर में भाजपा दफ्तर जलाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले जून में राज्य में बढ़ते जातीय तनाव के बीच उपद्रवियों ने तीन भाजपा कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शांति की अपील की है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हवाले से कहा कि उन्होंने भरोसा दिया है कि अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा और दंडित किया जाएगा।
एन बीरेन सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मामले को बेहद गंभीरता से ले रही हैं। उन्होंने खुलासा किया कि गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से फोन किया था और आश्वासन दिया था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मामले की गहन जांच करेगी।
गृहमंत्री के साथ अपनी बातचीत के बारे में बताते हुए एन बीरेन सिंह ने कहा कि शाह ने उनसे कहा कि इस मामले को बहुत गंभीरता से निपटाया जाना चाहिए और जिम्मेदार लोगों पर देश के कानून के अनुसार मामला दर्ज किया जाना चाहिए। गृह मंत्री ने आश्वासन दिया कि “किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्य को “युद्ध का मैदान” बना दिया गया है। खड़गे ने ट्विटर (एक्स) पर लिखा था- “147 दिनों से मणिपुर के लोग पीड़ित हैं, लेकिन पीएम मोदी के पास राज्य का दौरा करने का समय नहीं है।