ग़ाज़ा में पहली महिला सैनिक सहित 4 इज़रायली सैनिक मारे गए
ग़ाज़ा: फिलिस्तीनी प्रतिरोधी संगठन हमास द्वारा गाज़ा में किए गए एक बड़े हमले में इज़रायली सेना को भारी जानी और माली नुकसान उठाना पड़ा है। 7 अक्टूबर से गाज़ा पर इज़रायल के हमले लगातार जारी हैं, जिनमें अब तक 41,000 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक शहीद हो चुके हैं और एक लाख से अधिक लोग घायल हुए हैं। इन हमलों ने ग़ाज़ा के पूरे इन्फ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर दिया है, जिसके कारण ग़ाज़ा के निवासियों को पश्चिमी किनारे में बने शरणार्थी शिविरों में पनाह लेनी पड़ रही है।
इज़रायली सेना ने ग़ाज़ा पर लगातार बमबारी की है, लेकिन इसके बावजूद अब तक वे अपने बंधक बनाए गए सैनिकों और नागरिकों को छुड़ाने में सफल नहीं हो पाए हैं। इस असफलता को लेकर इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपने ही देश में तीव्र विरोध और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में दक्षिणी गाज़ा के रफ़ाह इलाके में हमास ने इज़रायली सेना पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें इज़रायली सेना को भारी जानी नुकसान हुआ। फिलिस्तीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में इज़रायली सेना के चार सैनिक मारे गए हैं। इज़रायली मीडिया ने इस बात की पुष्टि की है कि मारे गए सैनिकों में गिवाती ब्रिगेड के डिप्टी कंपनी कमांडर और एक महिला सैनिक शामिल हैं।
इज़रायल की डिफेंस फोर्स ने इस हमले में तीन अन्य सैनिकों के गंभीर रूप से घायल होने और दो सैनिकों के मामूली रूप से घायल होने की पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार, ये सैनिक एक इमारत में छिपाए गए विस्फोटक सामग्री के धमाके में मारे गए और घायल हुए। इस हमले ने इज़रायली सेना की कमज़ोरी को उजागर किया है, क्योंकि लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष और बमबारी के बावजूद वे हमास के हमलों से खुद को बचाने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं।