यमनी सेना ने याफ़ा और ट्रूमैन जहाज पर हमले की ख़बर दी
यमन ने घोषणा की है कि, लाल सागर में विमानवाहक पोत ट्रूमैन और कई अमेरिकी युद्धपोतों और फिलिस्तीन के कब्जे वाले क्षेत्रों के उत्तर में “याफ़ा” क्षेत्र में इज़रायली शासन के सैन्य ठिकानों को इस देश के सशस्त्र बलों द्वारा निशाना बनाया गया था।
ख़बर ऑनलाइन के अनुसार, अंसारुल्लाह समाचार साइट का हवाला देते हुए, यमनी सशस्त्र बलों ने एक बयान में कहा कि, अमेरिकी हमलों के जवाब में और 26 मार्च को राष्ट्रीय दिवस की 10वीं वर्षगांठ पर, यमन की मिसाइल, ड्रोन और नौसैनिक बलों ने लाल सागर में ट्रूमैन विमानवाहक पोत और कई अमेरिकी सैन्य जहाजों को निशाना बनाया है, जिनके जरिए यमन पर हमले किए गए हैं।
बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि टकराव और संघर्ष कई घंटों तक जारी रहा। यमनी सशस्त्र बल ने इस बयान में कहा कि, हमलों से प्रभावी ढंग से निपटना और परिचालन क्षेत्र में विभिन्न विकासों और घटनाओं से जिम्मेदारी से निपटना जारी रखेंगे।
आईआरएनए के अनुसार, यमनी सशस्त्र बलों के बयान में कहा गया है कि ग़ाज़ा में फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों की रक्षा करने और उनका समर्थन जारी रखने के लिए, यमन की ड्रोन सेना ने कई ड्रोनों के साथ कब्जे वाले याफ़ा क्षेत्र में ज़ायोनी दुश्मन के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और अल्लाह की मदद से, ऑपरेशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया गया।
अपने बयान में यमनी सशस्त्र बलों ने अमेरिकी आक्रामकता का मुकाबला करने और जवाबी कार्रवाई जारी रखने के साथ-साथ घोषित परिचालन क्षेत्र में इज़रायल के जहाजों की आवाजाही को रोकने और ज़ायोनी दुश्मन के खिलाफ तब तक कार्रवाई जारी रखने पर जोर दिया जब तक कि, ग़ाज़ा में हमले बंद नहीं हो जाते और ग़ाज़ा पट्टी की नाकाबंदी नहीं हट जाती।
यमन के सशस्त्र बलों ने इस्लामिक देशों के सभी स्वतंत्र और ग़ैरतमंद लोगों से ग़ाज़ा पट्टी के लोगों के खिलाफ ज़ायोनी शासन के नरसंहार अपराधों को रोकने के लिए कार्रवाई करने का आह्वान किया। ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायल के हमले की बहाली के बाद, यमनी सशस्त्र बलों ने ग़ाज़ा के उत्पीड़ित लोगों के समर्थन में ज़ायोनी शासन के खिलाफ अपने नौसैनिक और मिसाइल अभियान फिर से शुरू कर दिए।
इससे पहले, यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के नेता ने मध्यस्थों को चार दिन की समय सीमा दी थी कि यदि, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता नहीं पहुंची, तो इज़रायली शासन के खिलाफ यमनी नौसैनिक अभियान फिर से शुरू होगा।

