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यमन का इज़रायली क्षेत्र में गुप्त ड्रोनों के साथ 10 अभियान, सुरक्षा प्रणाली रोकने में नाकाम

यमन का इज़रायली क्षेत्र में गुप्त ड्रोनों के साथ 10 अभियान, सुरक्षा प्रणाली रोकने में नाकाम

यमन की सशस्त्र सेनाओं ने पिछले 48 घंटों में अपने हमले तेज़ कर दिए हैं। इनमें राडार से बच निकलने वाले आधुनिक ड्रोन भी शामिल हैं, जिन्होंने इज़रायल की उन्नत राडार प्रणाली को धोखा देकर अपने लक्ष्यों को सटीकता से निशाना बनाया।

ईरानी मीडिया के अनुसार, यमन की ड्रोन फोर्स ने 48 घंटों में लगातार 10 ऑपरेशन किए। इन ड्रोन ने 2500 किलोमीटर से ज़्यादा उड़ान भरी, कई देशों की हवाई रक्षा प्रणाली को चकमा दिया और लक्ष्यों पर सटीकता से लगे। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि इससे साबित होता है कि यमन के पास अब आधुनिक तकनीक और हाइड्रोजन इंजन वाले ड्रोन हैं, जो उन्हें लंबी दूरी और पकड़ से बाहर रहने की क्षमता देते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन ड्रोन का हल्का वज़न, तेज़ गति और राडार से बचने की क्षमता इन्हें “स्टील्थ एयरक्राफ्ट” की तरह बनाती है। यमनी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर याह्या सरी ने इन ड्रोन का मॉडल उजागर नहीं किया, जिससे पता चलता है कि, यह नए प्रकार के हैं और अभी मैदान में टेस्ट हो रहे हैं।

इन हमलों ने इज़रायल के भीतर राजनीतिक और सैन्य हलचल पैदा कर दी है। इज़रायली चैनल 12 के सैन्य संवाददाता ने कहा कि, वायुसेना के राडार ऑपरेटरों ने यमनी ड्रोन को “पक्षियों का झुंड” समझ लिया। लेकिन इज़रायल के ही सैन्य हलकों ने इसे हास्यास्पद करार दिया कि, दुनिया की सबसे उन्नत टेक्नोलॉजी ऐसे बहाने बना रही है।

कुछ इज़रायली मीडिया ने पहले इसे स्वीकार भी किया और कहा कि राडार ने अलार्म नहीं बजाया क्योंकि उन्हें “पक्षियों का झुंड” लगा। लेकिन सवाल उठे कि फिर सेना प्रमुख ऐल ज़ामिर के घर के आसपास इलाके को “सैन्य क्षेत्र” क्यों घोषित किया गया।

यमनी चैनल अल-मसीरा ने लिखा कि, इन बहानों के बावजूद, इज़रायल के अंदर डर और असुरक्षा और बढ़ी। कई सैन्य बैठकें इस नतीजे पर पहुँचीं कि इज़रायली सेना ऐसे ड्रोन का सामना करने में सक्षम नहीं है। ड्रोन ने आखिरकार दक्षिणी इज़रायल के रमोन हवाईअड्डे को भी निशाना बनाया।

जबकि उपनिवेशों में दहशत अभी भी बनी हुई थी, तभी और यमनी ड्रोन छोड़े गए। इज़रायल ने पहले इसे छिपाने की कोशिश की लेकिन फिर माना कि, तीन ड्रोन आधे घंटे में पहुँचे। इज़रायली मीडिया ने पुष्टि की कि इनका लक्ष्य “दिमोना” था और वहाँ सायरन बजे। हालांकि इज़रायल ने कहा कि यह “गलत अलार्म” था।

इसी बीच इज़रायली पत्रकारों ने भी स्वीकार किया कि, उन्होंने यमनी सेना के प्रवक्ता के बयान सुने कि, दिमोना क्षेत्र में एक संवेदनशील ठिकाने को निशाना बनाया गया। पत्रकारों ने बताया कि उन्होंने धुआँ उठते भी देखा।

काफी बहस के बाद इज़रायल की “होम फ्रंट कमांड” ने बयान जारी कर कहा कि “ड्रोन घुसपैठ की घटना समाप्त हो गई है।” चैनल 12 ने दावा किया कि, सेना ने ड्रोन गिरा दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि क्या ज़ामिर के घर के आसपास का इलाका अभी भी बंद है। फ्रांस प्रेस के संवाददाता ने भी लिखा कि उसने आकाश में कोई इंटरसेप्टर मिसाइल की आवाज़ नहीं सुनी। इसके बावजूद, इज़रायली सेना का दावा है कि, उन्होंने यमन से छोड़ा गया चौथा ड्रोन भी गिरा दिया।

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