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किसी भी देश को फिलिस्तीनी जनता पर हुकूमत की इजाज़त नहीं देंगे: हमास

किसी भी देश को फिलिस्तीनी जनता पर हुकूमत की इजाज़त नहीं देंगे: हमास

फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयानों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि गाज़ा पर अमेरिकी कब्ज़े और फिलिस्तीनी जनता के जबरन विस्थापन की कोई भी योजना पूरी तरह अस्वीकार्य है।

हमास ने एक बयान जारी कर कहा, “हमारी भूमि पर क़ब्ज़े या हमारी जनता पर किसी भी विदेशी हुकूमत को थोपने की कोशिशों को हम कभी स्वीकार नहीं करेंगे। फिलिस्तीनी जनता अपनी स्वतंत्रता और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए संघर्ष कर रही है और इस अधिकार को कुचलने की किसी भी योजना को हम सिरे से खारिज करते हैं।”

अंतरराष्ट्रीय संगठनों से तत्काल बैठक की मांग
हमास ने अरब लीग, इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) और संयुक्त राष्ट्र से मांग की है कि वे इन खतरनाक बयानों और संभावित साजिशों की समीक्षा के लिए तत्काल एक आपातकालीन बैठक बुलाएं। हमास ने चेतावनी दी कि अमेरिका और अन्य शक्तियों की ऐसी किसी भी योजना को लागू नहीं होने दिया जाएगा।

अमेरिका को चेतावनी: गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से बचे
हमास ने अमेरिकी प्रशासन और डोनाल्ड ट्रंप से मांग की कि वे अपनी गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी को तुरंत वापस लें, जो अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और फिलिस्तीनी जनता के मौलिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है।

हमास के राजनीतिक कार्यालय के वरिष्ठ सदस्य इज़्ज़त अल-रिश्क़ ने कहा, “ग़ाज़ा कोई साझा ज़मीन नहीं है, जिस पर कोई भी बाहरी ताकत नियंत्रण का फ़ैसला करे। यह फ़िलिस्तीन की भूमि का अभिन्न हिस्सा है और इसे अलग करने की कोई भी साजिश नाकाम होगी।” हमास के इस बयान से साफ़ है कि वह किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को पूरी तरह अस्वीकार करता है और अपने संघर्ष को हर हाल में जारी रखने का संकल्प ले चुका है।

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