12 दिवसीय युद्ध में जो हमने पाया, वह उस नुकसान से ज़्यादा क़ीमती है जो हमने उठाया है: पज़ेश्कियान
ईरानी राष्ट्रपति डॉ. मसऊद पज़ेश्कियान ने अमेरिका-इज़रायल द्वारा थोपी गई 12 दिवसीय जंग की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस जंग में हमारी सफलता का राज़ जनता के विभिन्न वर्गों के बीच एकता थी। राजनीतिक समाचार एजेंसी “दानेशजू” के अनुसार, डॉ. पज़ेश्कियान ने सोमवार को अपनी अचानक यात्रा के दौरान अर्दबील प्रांत में आयोजित एक बैठक में कहा कि ज़ायोनी शासन के हमले का ईरानी जनता ने डटकर, बहादुरी के साथ मुकाबला किया। उन्होंने कहा: “हमारी जनता देश की रक्षा के लिए तमाम मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर मैदान में डटकर खड़ी हो गई – और यही हमारी जीत का असली कारण था।”
राष्ट्रपति पज़ेश्कियान ने कहा कि अर्दबील के लोगों ने त्याग, बहादुरी और मर्दानगी के साथ दुश्मन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। राष्ट्रपति ने “मोहल्ला केंद्रित योजना” को ज़रूरी बताया और कहा कि अगर लोगों को फ़ैसले लेने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए तो कई असंगतियों को दूर किया जा सकता है और समस्याओं का हल सीधे मोहल्लों से खोजा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का इरादा है कि स्कूलों का निर्माण लोगों और दानदाताओं की मदद से किया जाए ताकि, कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाए।
पज़ेश्कियान ने कहा कि शैक्षिक ढांचे को विकसित करने के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना भी प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि अगली पीढ़ी ज्ञान, समझ और ईमान के साथ देश की ज़िम्मेदारी संभाल सके। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि युवाओं की परवरिश ईमान, ज्ञान और बलिदान की भावना पर आधारित होनी चाहिए, ताकि हमारे छात्र एक ऐसा प्रेरणादायक और योग्य ईरान बना सकें जो पूरे क्षेत्र के लिए मिसाल बने।
अंत में उन्होंने अर्दबील प्रांत में परिवहन और संपर्क परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि रेलवे, सड़क परिवहन और हवाई ढांचे के विकास के लिए कई योजनाएं तैयार की जा रही हैं। इस बैठक में अर्दबील के गवर्नर और अन्य स्थानीय अधिकारियों की मौजूदगी में शिक्षा, सामाजिक मुद्दों और बुनियादी ढांचे से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई।

