दुश्मन को उसके मूर्खतापूर्ण क़दम पर, पछताने के लिए मजबूर कर देंगे: ईरान
ईरना समाचार एजेंसी के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पज़ेशकियान ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि आज सुबह इज़रायल द्वारा ईरान पर किए गए जघन्य हमले का जवाब शक्तिशाली और वैध रूप से दिया जाएगा, जिससे दुश्मन अपनी बेवकूफी पर पछताएगा। उन्होंने कहा कि आज ईरानी राष्ट्र को पहले से कहीं ज़्यादा एकता, भरोसे और आपसी सहयोग की ज़रूरत है, और इसी जज़्बे के साथ, इस अपराध का कड़ा, बुद्धिमत्तापूर्ण और मज़बूत जवाब दिया जाएगा।
राष्ट्रपति मसूद पज़ेशकियान का संदेश
सलाम और दुआएं ईरान के बहादुर और प्यारे लोगों के लिए।
आज आधी रात को इज़रायल ने तेहरान और देश के अन्य शहरों पर वहशियाना हमला किया, जिसमें कई महिलाएं, बच्चे, नागरिक, सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक शहीद हो गए। यह बर्बरता अंतरराष्ट्रीय संधियों के खिलाफ थी और इज़रायल के उस आपराधिक स्वभाव का प्रमाण है जो क़ब्ज़ा, आक्रामकता और बच्चों की हत्या पर टिका है।
यह हमला दुनिया को इस्लामी गणराज्य ईरान की वर्षों पुरानी चेतावनी की सच्चाई दिखाता है कि इज़रायल की फितरत और स्वभाव में ही अपराध है, लेकिन ईरानी राष्ट्र और उसकी सरकार चुप नहीं बैठेंगे, और उनका वैध और मज़बूत जवाब दुश्मन को पछताने पर मजबूर करेगा।
जैसा कि हमारे महान स्वर्गीय नेता आयतुल्लाह ख़ुमैनी ने कहा था: अगर किसी बहादुर के हाथों से झंडा गिर जाए, तो दूसरा बहादुर उसे उठा लेता है। ईरान ने शांति की राह में पूरी कोशिश की, बातचीत और अंतरराष्ट्रीय भरोसे का हर दरवाज़ा खोला, लेकिन अगर देश पर हमला किया जाए तो वह भी उतनी ही मज़बूती से उसका जवाब देगा।
मैं देश के बहादुर लोगों से अपील करता हूँ कि वे एकता बनाए रखें, अफ़वाहों और दुश्मन की मनोवैज्ञानिक जंग से दूर रहें, सिर्फ़ आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें और सरकार के साथ सहयोग बनाए रखें। सरकार पूरे सामर्थ्य से देश की सेवा करती रहेगी और आम जनजीवन में कोई रुकावट नहीं आने दी जाएगी।
आज, ईरानी जनता को पहले से अधिक एकजुटता और आपसी सहयोग की ज़रूरत है। और अल्लाह की मदद से, इस अपराध का जवाब भी उतना ही मजबूत, समझदारी भरा और निर्णायक होगा। आज इज़रायली शासन, दुनिया के हर क्षेत्र की जनता की नज़र में सबसे ज़्यादा नफरत का पात्र है। लेकिन ईरान, अपने रसुप्रीम लीडर के नेतृत्व में, इस कठिन परीक्षा से भी बाइज़्ज़त और कामयाबी के साथ बाहर निकलेगा।
ईरना की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 जून, शुक्रवार की सुबह, इज़रायल ने तेहरान और कुछ अन्य शहरों पर हमला किया, जिसमें कई सैन्य अधिकारी, वैज्ञानिक और नागरिक शहीद हो गए। इस अपराध के बाद, ईरान के सुप्रीम लीडर ने अपने संदेश में फ़रमाया:
“इज़रायली शासन को इस जघन्य अपराध की कड़ी सज़ा के लिए तैयार रहना चाहिए। ईरानी सशस्त्र बल की ताक़तवर मुट्ठी उसे बख्शेगी नहीं, इंशाअल्लाह।”
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन केंद्र ने नागरिकों से संयम बनाए रखने, अफवाहों से बचने, केवल आधिकारिक और विश्वसनीय सूचनाओं पर ध्यान देने, अनावश्यक आवाजाही से बचने और आपातकालीन कर्मचारियों से सहयोग करने की अपील की है। सोशल मीडिया पर सक्रिय लोग समाज की मानसिक सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

