हम जंग नहीं चाहते, लेकिन जंग के लिए तैयार हैं: हिज़्बुल्लाह
फ़ार्स न्यूज एजेंसी की अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान में पापा लियो चतुर्दश के शांतिपूर्ण दौरे के दौरान और इज़रायल द्वारा लगातार लेबनान पर बढ़ाने की धमकियों के बीच, हिज़्बुल्लाह ने स्पष्ट किया कि, वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि युद्ध थोप दिया गया तो मैदान में पूरी तरह तैयार रहेगा और कभी सफेद झंडा नहीं फहराएगा।
अल-बक़ा क्षेत्र में हिज़्बुल्लाह प्रमुख हुसैन अल-निम्र ने कहा कि संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है और दबाव लगातार जारी है—कभी भूमि, समुद्र और हवा से आक्रमण के रूप में, कभी हत्याओं, कभी पीछा या जासूसी के रूप में, कभी राजनीतिक या आर्थिक दबाव के रूप में, और कभी अंतरराष्ट्रीय दूतों द्वारा चेतावनी के बहाने धमकी के रूप में।
अल-निम्र ने बताया कि, हिज़्बुल्लाह से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने हथियार छोड़ दे, अपने ठिकानों से पीछे हटे, राजनीति में समाहित हो जाए और इज़राइल के साथ युद्ध छोड़ दे। उन्होंने इसे “आत्मसमर्पण और सफेद झंडा फहराना” क़रार दिया और कहा कि, यह सरकार का कर्तव्य है कि वह अपने संप्रभुत्व की रक्षा करे और किसी भी उपकरण को भू-भाग की पुनः प्राप्ति के लिए नजरअंदाज न करे। इस स्थिति में हिज़्बुल्लाह, सरकार के साथ खड़ा रहेगा।
दूसरी ओर, इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याह के कार्यालय के प्रवक्ता हानी मर्ज़ूक ने रविवार की शाम सऊदी चैनल अल-अरबिया के साथ बातचीत में इज़रायल के आक्रमणों को नज़रअंदाज करते हुए दावा किया कि हिज़्बुल्लाह इस राष्ट्र को युद्ध की ओर खींच रहा है।
ये बयान तब आए जब इज़रायल ने अमेरिका के माध्यम से लेबनान सरकार को चेतावनी संदेश भेजा और कहा कि, यदि हिज़्बुल्लाह को हथियारों से खाली नहीं किया गया, तो वह लेबनान में अपने हमले बढ़ाएगा। इज़रायली सूत्रों के अनुसार, इज़रायल ने उन ठिकानों को भी निशाना बनाने की धमकी दी है, जिन पर अब तक अमेरिकी दबाव के कारण हमला नहीं किया गया था।

