इराक़ के सलाहुद्दीन में अमेरिकी रसद क़ाफ़िले पर हमला
शफ़क़ न्यूज़ के हवाले से बताया जा रहा है कि इराक़ के सलाहुद्दीन प्रांत में एक अमेरिकी सैन्य रसद क़ाफ़िला विस्फ़ोट का शिकार हुआ। रिपोर्ट के अनुसार सलाहुद्दीन प्रांत में अमेरिकी सैन्य रसद क़ाफ़िले के रास्ते में एक विस्फ़ोटक उपकरण में विस्फ़ोट हो गया, हालांकि इस विस्फ़ोट में कोई हताहत नहीं हुआ।
3 जनवरी 2020 को अमेरिकी सरकार ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप्स के क़ुद्स फ़ोर्स के पूर्व कमांडर मेजर जनरल क़ासिम सुलैमानी और हश्दुश्शअबी अबू महदी मुहंदिस को बग़दाद हवाई अड्डे पर शहीद कर दिया। अमेरिका द्वारा इस आतंकी हमले के दो दिन बाद इराक़ी संसद ने इराक़ से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के पक्ष में मतदान किया था।
इस संसदीय प्रस्ताव के बाद इराक़ी सरकार ने अपने नागरिकों और राजनीतिक दलों के दबाव में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ सामरिक वार्ता नामक एक बैठक में भाग लिया और चार दौर की वार्ता के बाद दोनों देश उस साल के अंत तक युद्ध सैनिकों को रखने उसके तुरंत बाद सैनिकों को इराक़ से निकालने पर सहमति हुई।
हालांकि बग़दाद और वाशिंग्टन के बीच अमेरिकी सैनिकों के इराक़ में रहने को लेकर जो समझौता हुआ था उसमें यह तय हुआ था कि 2021 के अंत तक अमेरिकी सैनिक इराक़ छोड़ देंगे, लेकिन फिर व्हाइट हाउस ने घोषणा की इराक़ में सैन्य मिशन अब सैन्य सलाहकार में बदल गया है इसलिए सैनिक अभी इराक़ में ही रहेंगे। इस बीच प्रतिरोध संगठनों ने ज़ोर देते हुए कहा कि वह अमेरिकियों की निरंतर उपस्थिति को एक व्यवसाय के रूप में देखते हैं और किसी भी तरह से क़ब्ज़ा करने वालों का सामना करेंगे।