ईरान-इज़राईल वॉर में अमेरिका की दखलअंदाज़ी, ख़तरनाक़ होगी: फॉरेन अफेयर्स
प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फॉरेन अफेयर्स ने अपने एक लेख में ईरान और इज़राइल के बीच मौजूदा तनाव में अमेरिका की संभावित दखल को एक “भयानक जुआ” बताया है। लेख में कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फोर्दो की भूमिगत परमाणु साइट को नष्ट करने के उद्देश्य से हस्तक्षेप करना एक “झूठी सफलता” होगी।
लेख के अनुसार, यदि अमेरिका इस संघर्ष में हस्तक्षेप करता है, तो वह खुद को एक ऐसे मध्य-पूर्वी युद्ध में झोंक देगा, जिसकी न तो स्पष्ट रणनीति है और न ही ठोस लक्ष्य। लेखक ने 2003 में शुरू हुए इराक़ युद्ध की याद दिलाते हुए कहा है कि ट्रंप, जो हमेशा से इराक़ युद्ध के विरोधी होने का दावा करते रहे हैं, अब अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फोर्दो साइट पर संभावित सैन्य हमले पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
विश्लेषण में इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि फोर्दो साइट इतनी सुरक्षित और गहराई में स्थित है कि इज़राइल अकेले उसे नष्ट नहीं कर सकता, और इसलिए अमेरिका को घसीटा जा रहा है। लेकिन अगर अमेरिका ने हमला किया, तो ईरान के पास जवाबी हमले के लिए कई विकल्प होंगे, खासकर पश्चिम एशिया में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर प्रतिशोधी कार्रवाई।
फॉरेन अफेयर्स के विश्लेषक ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा हमला होता है, तो ईरान के पास अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई के कई विकल्प होंगे, जो एक बड़े और लंबे युद्ध का कारण बन सकते हैं।
लेख का सबसे अहम निष्कर्ष यह है कि भले ही अमेरिकी हमला सफल हो जाए और ईरान तुरंत कोई प्रतिक्रिया न दे, फिर भी इस संघर्ष में कूदने का निर्णय एक स्थायी समाधान की दिशा में नहीं, बल्कि और अधिक अस्थिरता की ओर ले जाएगा। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने की बजाय, यह हस्तक्षेप उस कार्यक्रम को और जटिल बना सकता है।

