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अमेरिका ने क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में नया सैन्य केंद्र स्थापित किया

अमेरिका ने क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में नया सैन्य केंद्र स्थापित किया

अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बुधवार तड़के घोषणा की कि उसने फ़िलिस्तीन के क़ब्ज़े वाले हिस्से, यानी इज़रायल में ग़ाज़ा पट्टी के नज़दीक एक नया सैन्य समन्वय केंद्र स्थापित किया है। इस केंद्र का उद्देश्य ग़ाज़ा पर जारी इज़रायली नाकेबंदी को मज़बूत करना और क्षेत्र में इज़रायल की सैन्य गतिविधियों को समर्थन देना बताया गया है।

सेंटकॉम ने अपने बयान में कहा कि यह “सैन्य समन्वय केंद्र” ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की निगरानी और तथाकथित स्थिरता लाने के लिए बनाया गया है। हालांकि आलोचकों के अनुसार, यह केंद्र वास्तव में इज़रायल की नाकेबंदी को वैधता देने और अमेरिकी सैन्य उपस्थिति को और मज़बूत करने का एक नया तरीका है।

अमेरिकी समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ के मुताबिक, सेंटकॉम ने दावा किया कि अमेरिकी सैनिकों को सीधे ग़ाज़ा नहीं भेजा जाएगा। वे केवल अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ मिलकर सहायता सामग्री, लॉजिस्टिक और सुरक्षा कार्यों की निगरानी करेंगे। लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी अधिकारियों की इस “सहयोगी भूमिका” का असली मकसद इज़रायल के हितों की रक्षा और उसके सैन्य नियंत्रण को बढ़ाना है।

इस केंद्र का नेतृत्व जनरल पैट्रिक फ्रैंक करेंगे और इसमें लगभग 200 अमेरिकी सैनिक तैनात होंगे। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब ग़ाज़ा पर इज़रायली हमले और मानवीय संकट लगातार गहराते जा रहे हैं। ग़ाज़ा में हज़ारों लोग बुनियादी ज़रूरतों — पानी, बिजली, और दवाइयों — की कमी से जूझ रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचनाओं के बावजूद, अमेरिका न केवल इज़रायल को हथियार और ख़ुफ़िया मदद दे रहा है, बल्कि अब उसकी नाकेबंदी नीति में सीधा भागीदार भी बनता जा रहा है। यह नया सैन्य केंद्र उसी दिशा में एक और क़दम माना जा रहा है।

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