यमन पर सऊदी गठबंधन की हमलों की संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने निंदा की
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सऊदी अरब और यूएई समेत सहयोगी गठबंधन वाले देशों की ओर से यमन के सादा शहर पर किए गए हवाई हमले की निंदा की है।
यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता स्टीफ़न दुजारिक ने एक बयान में कहा कि शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक़ कम से कम 77 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए हैं जबकि यमनी मीडिया ने मरने वालों कि संख्या 140 बताई है।
यमन में कई दूसरी जगहों पर भी हवाई हमले किए गए हैं, जिसमें बच्चों समेत नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की ख़बर है, मीडिया की मानें तो प्रवक्ता ने कहा कि हुदैदा में दूरसंचार सुविधाओं पर हवाई हमले ने भी यमन के अधिकांश क्षेत्रों में ज़रूरी इंटरनेट सेवाओं को रोक दिया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में कहा गया कि महासचिव ने सभी पक्षों को याद दिलाया कि नागरिकों के बुनियादी ढांचों के विरुद्ध हमलों के निर्देश अंतर्राष्ट्रीय मानवीय क़ानूनों के मद्देनज़र अवैध हैं। वह आगे सभी पक्षों को अंतर्राष्ट्रीय मानवीय क़ानून के तहत उनके दायित्वों की याद दिलाते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आनुपातिक भेद के सिद्धांतों का पालन करने वाले सैन्य अभियानों से उत्पन्न होने वाले खतरों से नागरिकों की रक्षा की जाती है, इसमें कहा गया कि गुटेरेस ने जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए इन घटनाओं की त्वरित, प्रभावी और पारदर्शी जांच और स्थिति को तत्काल कम करने का आग्रह किया।
यूएन महासचिव ने पार्टियों से यमन के लिए अपने विशेष राजदूत के साथ राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और यमन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत द्वारा समझौता करने का आग्रह किया। बयान में आगे कहा गया कि यमन में गंभीर मानवीय संकट को याद करते हुए गुटेरेस ने दानदाताओं और अन्य सभी हितधारकों से पर्याप्त फंड, पहुंच और अन्य सहायता के साथ मानवीय राहत प्रयासों को सक्षम करने के लिए कहा है।
अब देखना यह है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के इस बयान का सऊदी अरब, यूएई और उसके सहयोगी देश कितना पालन करते हैं और इस निंदा का उनपर कितना असर पड़ता है।