जॉर्डन में असफल विद्रोह के बाद देश भर में बढ़ती गिरफ्तारियों पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने जॉर्डन के हालात चिंता जताते हुए कहा कि उसे नहीं पता जॉर्डन के पूर्व युवराज हमजा बिन अल हुसैन अब भी नज़रबंद हैं या नहीं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने कहा कि जॉर्डन में चला रही गिरफ्तारियों में “पारदर्शिता का अभाव” है। इस देश में कम से कम 16 गिरफ्तारियां ऐसी हुई हैं जिस में पारदर्शिता नहीं है। मानवाधिकार आयोग ने इस मुद्दे पर चिंता जताई है।
वहीँ जॉर्डन नरेश अब्दुल्लाह द्वितीय ने कहा कि देश को अस्थिर एवं अशांत करने के आरोपी उनके सौतेले भाई पूर्व युवराज हम्ज़ा बिन अल हुसैन के साथ उनके मतभेद दूर हो गए हैं।
वहीँ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की प्रवक्ता मार्था ने कहा कि अभी जॉर्डन में कोई आरोप तय नहीं किये गए हैं हम अब तक हुई गिरफ्तारियों और अन्य गिरफ्तारियों में पारदर्शिता की कमी को लेकर आशंकित हैं।