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तुर्की ने इस्राईल के राष्ट्रपति का स्वागत कर फिलिस्तीन की पीठ में खंजर घोंपा

तुर्की ने इस्राईल के राष्ट्रपति का स्वागत कर फिलिस्तीन की पीठ में खंजर घोंपा

इस्राईली राष्ट्रपति का तुर्की द्वारा स्वागत फ़िलिस्तीनी लोगों की पीठ में छुरी मारने जैसा है। फ़िलिस्तीन के एक बड़े प्रतिरोधी दल के राजनीतिक ब्यूरो के एक सदस्य ने इस्राईल के राजनेता, अधिकारियों और सैन्य कमांडरों का तुर्की में स्वागत किए जाने पर नाराज़गी जताते हुए तुर्की के इस क़दम को फ़िलिस्तीन के लोगों की पीठ में ख़ंजर मारने जैसा बताया है।

फ़िलिस्तीन टुडे के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि फ़िलिस्तीन के एक बड़े प्रतिरोधक दल के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य यूसुफ़ अल-हुसायनह ने इस्राईली शासन के प्रमुख लोगों का अंकारा में स्वागत करने को लेकर अंकारा अधिकारियों और तुर्की राजनेताओं के हालिया रवैये पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

रिपोर्ट के अनुसार इस आंदोलनकारी दल के सदस्य ने अंकारा द्वारा इस्राईल के राष्ट्रपति इसहाक़ हर्ज़ोग के स्वागत को फ़िलिस्तीन की जनता के पीठ में ख़ंजर बताते हुए कहा कि इस्राईल एक अवैध और नाजायज़ शासन है जिसे औपनिवेशिक पश्चिम द्वारा बनाया गया है।

फ़िलिस्तीन के इस अधिकारी ने कहा कि इस्राईली शासन के साथ किसी भी तरह का संबंध और उसके साथ संबंधों के सामान्यीकरण का मतलब अपने अपराधों को स्वीकार करना है। तुर्की समेत अन्य देशों के अधिकारियों और राजनेताओं का इस्राईली शासन के नेताओं के स्वागत को किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले पॉपुलर फ्रंट फ़ॉर द लिब्रेशन ऑफ़ फ़िलिस्तीन ने एक बयान में कहा था कि तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोग़ान फ़िलिस्तीन के समर्थन का दावा करते हैं लेकिन तल अवीव के साथ व्यापक सुरक्षा समन्वय स्थापित करते हैं, हक़ीक़त तो यह है कि हर्ज़ोग की अंकारा की यात्रा ने इस्राईली शासन के साथ तुर्की के संबंधों का ख़ुलासा कर दिया है।

इस प्रतिरोधक दल ने कहा कि तुर्की के राष्ट्रवादी संगठनों से हमारा अनुरोध है कि अंकारा सरकार के इस्राईली शासन के साथ संबंधों को समान्य करने की नीति का विरोध करें, इस्राईल शासन के साथ संबंधों का सामान्यीकरण फ़िलिस्तीन की जनता के हितों के विरुद्ध एक कार्यवाही है। इस दल ने तुर्की के राष्ट्रपति पर धोखेबाज़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि जब एक तरफ़ अर्दोग़ान फ़िलिस्तीन की जनता के समर्थन का दावा करते हैं जबकि हम यह भी देख रहे हैं कि इस समय इस्राईल के साथ ही उनके संबंध सबसे अधिक हैं।

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