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सीरिया से संबंधो की जल्दी नहीं, लेबनान से सौदा उपयोगी नहीं

सीरिया से संबंध वालों की जल्दी नहीं, लेबनान से सौदा उपयोगी नहीं सऊदी अरब ने लेबनान और सीरिया को लेकर अपनी नीतियों को स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह अभी सीरिया से संबंध बहाल करने को लेकर विचार नहीं कर रहा है।

सीरिया से संबंधों को लेकर सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने अमेरिकी चैनल सीएनबीसी से बातचीत करते हुए कहा कि हम अभी सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद से वार्ता को लेकर कोई विचार नहीं कर रहे हैं लेकिन यह बात स्पष्ट है कि लेबनान के साथ अब कोई भी मामला करना हमारे लिए ना तो उपयोगी है ना ही फायदेमंद।

अल खलीज ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार सीरिया से अन्य बहुत से अरब देशों की तरह संबंधों को बहाल करने के बारे में पूछे जाने पर फैसल बिन फरहान ने कहा कि वर्तमान में सऊदी अरब ऐसा कोई विचार नहीं कर रहा है। हालांकि सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि हम दमिश्क सरकार एवं विपक्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र का समर्थन प्राप्त जिनेवा राजनीतिक प्रक्रिया का समर्थन करते हैं और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के पक्षधर है। सीरियाई जनता के हितों एवं उनकी सेवार्थ चलाए जाने वाले अभियान का हम समर्थन करते हैं।

याद रहे कि 2011 में सीरिया में साम्राज्यवाद प्रायोजित आतंकवाद का संकट गहराने के साथ ही सऊदी अरब ने दमिश्क़ से अपने राजदूत को वापस बुलाते हुए सीरिया की निर्वाचित सरकार से अपने सभी राजनीतिक संबंधों को खत्म कर लिया था।

2012 में खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों ने भी अपने राजदूतों को दमिश्क़ से वापस बुला लिया था लेकिन आतंकवाद के खिलाफ सरकार की निर्णायक जीत के साथ ही 2018 के आखिर में संयुक्त अरब अमीरात और बहरैन ने दमिश्क से अपने संबंधों को बहाल करते हुए कारदार लेवल तक अपने दूतावास खोल दिए थे।

अक्टूबर 2020 में दमिश्क में अपने दूतावास को खोलते हुए ओमान खाड़ी का वह पहला अरब देश बना जिसनें सीरिया से अपने संबंधों को बहाल किया था।

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