दुनिया, लेबनान को दूसरा ग़ाज़ा बनने देने की स्थिति में नहीं: एंटोनियो गुटेरेस
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि उन्हें इज़रायल और लेबनान के लड़ाकू संगठन हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता है और संयुक्त राष्ट्र का शांति विभाग, स्थिति को शांत करने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने शुक्रवार को बताया कि “जल्दबाजी में लिया गया एक निर्णय, एक गलत अनुमान, एक ऐसी तबाही को जन्म दे सकता है जो सीमाओं से परे बड़े पैमाने पर विनाश का कारण बन सकता है। इस बात को स्पष्ट किया जाता है कि, क्षेत्र (अरब) के लोग और दुनिया के लोग लेबनान को एक और ग़ाज़ा बनने देने की स्थिति में नहीं हैं।”
ज्ञात हो कि अक्टूबर में ग़ाज़ा युद्ध शुरू होने के बाद से हिजबुल्लाह अपने फिलिस्तीनी प्रतिरोधी समूह हमास के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए इज़रायल पर रॉकेट फायर कर रहा है। दक्षिणी लेबनान में इज़रायली हमलों के बाद दसियों हज़ार लेबनानी अपने घर छोड़ चुके हैं। इसी तरह इज़रायली भी सुरक्षित स्थानों की ओर स्थानांतरित हो रहे हैं और बेंजामिन नेतन्याहू से युद्ध को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने शुक्रवार को कहा कि हिजबुल्लाह, इज़रायल के खिलाफ अपने और लेबनान की रक्षा करने की क्षमता रखता है, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, शायद इज़रायली सरकार की स्वयं निर्मित तबाही का समय आ गया है। ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने एक्स पर पोस्ट किया कि “अतिक्रमणकारी इज़रायली सरकार द्वारा स्वयं को बचाने के लिए कोई भी गलत निर्णय क्षेत्र को एक नए युद्ध में धकेल सकता है।”
संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना यूएनआईएफआईएल (यूएनआईएफआईएल) और गैर-सशस्त्र तकनीकी पर्यवेक्षक, जिन्हें यूएनटीएसओ के नाम से जाना जाता है, लंबे समय से दक्षिणी लेबनान में तैनात हैं ताकि लेबनान और इज़राइल के बीच सीमा रेखा के साथ दुश्मनी की निगरानी की जा सके, जिसे ब्लू लाइन कहा जाता है। गुटरेस ने कहा कि “संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना तनाव कम करने और गलत अनुमान को रोकने के लिए काम कर रही है। दुनिया को जोर से और स्पष्ट रूप से कहना चाहिए कि, तुरंत तनाव में कमी लाई जाए, क्योंकि यह आवश्यक है। तनाव कम करने का कोई सैन्य समाधान नहीं है।