दुनिया अमेरिका के बिना भी आगे बढ़ सकती है: चीन
चीन ने एक बार फिर वैश्विक नेतृत्व पर अमेरिका की दादागीरी को खुली चुनौती दी है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आधिकारिक कमेंट्री अकाउंट से एक सख्त संदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि दुनिया अमेरिका के बिना भी आगे बढ़ सकती है। अगर अमेरिका दुनिया का सम्मान खो चुका है, तो वह वही सबक सीखेगा जो हर पतनशील साम्राज्य ने देर से सीखा है, कि दुनिया किसी के लिए नहीं रुकती, यह हमेशा आगे बढ़ती रहती है।
इस संदेश में चीन ने इतिहास के उदाहरण देते हुए कहा है कि सौ साल पहले ब्रिटिश साम्राज्य वैश्विक व्यापार पर हावी था और दुनिया की 20% से अधिक संपत्ति उसके पास थी। उस वक़्त लोग मानते थे कि ब्रिटेन का सूरज कभी नहीं डूबेगा, लेकिन हमने देखा कि वह भी ढल गया।
इसी तरह, दो सौ साल पहले फ्रांस, यूरोप के क्षितिज पर छाया हुआ था, उसकी सेनाओं से लोग कांपते थे और उसकी संस्कृति प्रशंसा का केंद्र थी। नेपोलियन ने खुद को अमर समझा था, लेकिन उसका भी अंत हुआ।
चार सौ साल पहले स्पेन का साम्राज्य मनीला से लेकर मेक्सिको तक फैला हुआ था। उसके खजाने चांदी और रेशम से भरे रहते थे। स्पेनिश राजा सोचते थे कि उनकी महानता कभी खत्म नहीं होगी। लेकिन हर साम्राज्य जो खुद को अनिवार्य समझ बैठा, अंततः उसका पतन हुआ।
चीन ने अपने संदेश में यह भी लिखा है कि ताकत कमज़ोर पड़ जाती है, प्रभाव बदलता रहता है और वैधता उसी वक़्त दम तोड़ देती है जब उसे अर्जित करने की बजाय ज़बरदस्ती थोप दिया जाए। अगर अमेरिका ने दुनिया का सम्मान खो दिया है, तो वह भी वही सबक सीखेगा कि, दुनिया रुकती नहीं, वह आगे बढ़ती रहती है।

