अमेरिका में 11 साल बाद सीरिया का दूतावास पुनः खुला
बशर अल-असद की सरकार गिरने के नौ महीने बाद, वॉशिंगटन स्थित सीरियाई दूतावास शुक्रवार को ग्यारह साल बाद सीरियाई विद्रोही सरकार के विदेश मंत्री असद अल-शैबानी की मौजूदगी में पुनः खोला गया। इस मौके पर अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारियों और उन लोगों ने भाग लिया जिन्होंने खुद को “सीरियाई अस्थायी सरकार” नाम दिया है। दोनों पक्षों ने इस दिन को सीरियाई जनता के लिए “ऐतिहासिक दिन” बताते हुए इसे संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत कहा।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब केवल कुछ दिनों बाद, सीरियाई विद्रोही सरकार के राष्ट्रपति अबू मोहम्मद अल-जूलानी (अहमद अल-शरअ) संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने न्यूयॉर्क की यात्रा करेंगे। यह यात्रा पिछले 58 वर्षों में किसी सीरियाई राष्ट्रपति की अमेरिका की पहली यात्रा होगी।
सीरियाई विद्रोहियों के इस सरकार के राष्ट्रपति ने अमेरिका, तुर्की और इज़रायल जैसे देशों के परोक्ष समर्थन से असद परिवार के पाँच दशकों से अधिक के शासन का अंत कर सत्ता अपने हाथों में ली। वॉशिंगटन अब दमिश्क़ पर से प्रतिबंध हटाने और राजनीतिक-राजनयिक समर्थन देकर जूलानी के लंबे शासन की जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहा है।
शैबानी ने वॉशिंगटन स्थित सीरियाई दूतावास पर नई सीरियाई (विद्रोही सरकार की) ध्वज फहराते हुए कहा: “निस्संदेह यह एक ऐतिहासिक क्षण है। यह कदम सीरियाई जनता के 14 साल लंबे गृहयुद्ध के संघर्ष को दर्शाता है।”
अमेरिका प्रवास के दौरान उन्होंने कई सांसदों और वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की, जिनमें अमेरिका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडो और सीरिया मामलों के विशेष दूत टॉम बराक शामिल थे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इन बैठकों में सीरिया का भविष्य, सीरिया-इज़रायल संबंध और 10 मार्च को दमिश्क़ और सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस (SDF) के बीच हुए समझौते पर चर्चा हुई।
इस समझौते में SDF बलों को सरकारी संस्थाओं में शामिल करने, देश की क्षेत्रीय अखंडता पर जोर देने और किसी भी अलगाववादी एजेंडे को अस्वीकार करने पर सहमति बनी। शैबानी गुरुवार को वॉशिंगटन पहुंचे, जो पिछले 25 वर्षों में किसी सीरियाई विदेश मंत्री की अमेरिका की पहली यात्रा है। यह यात्रा ऐसे समय हो रही है जब बशर अल-असद शासन के पतन के बाद दमिश्क विदेशों में अपने कूटनीतिक संबंधों का विस्तार करना चाहता है।

