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तुर्की की ख़ुफ़िया सेवा का अधिकारी था आईएसआईएस का सरगना

तुर्की की ख़ुफ़िया सेवा का अधिकारी था आईएसआईएस का सरगना

दुनिया भर में इस्लाम और मुसलानों तथा मानवता के नाम पर बदनुमा दाग़ लगाने वाले आतंकी संगठन आईएसआईएस का पूर्व सरगना अर्दोग़ान की ख़ुफ़िया एजेंसी का एक अहम् सदस्य था जो तुर्की की विस्तारवादी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा था.

जी हाँ, मुस्लिम दुनिया की खिलाफत और लीडरशिप का ख़्वाब देखने वाले अर्दोग़ान की ख़ुफ़िया एजेंसी का सदस्य अबूबकर बग़दादी के बाद आईएसआईएस की कमान संभालता रहा है. यह बात किसी आम आदमी ने नहीं बल्कि इराक सेना के पूर्वाधिकारी एवं रक्षा विश्लेषक ने कहा है.

इराक सेना में ब्रिगेडियर जनरल रहे अदनान अल केनानी ने आतंकी गुटों को तुर्की के समर्थन और इराक के कुछ राजनैतिक दलों और व्यक्तियों से अर्दोग़ान के संबंधों को लेकर कहा कि तुर्की की हरकतों पर सिर्फ बयानबाज़ी से उसकी हरकतों पर न लगाम लगने वाली है और न अर्दोग़ान उत्तरी इराक में अपनी विस्तारवादी हरकतों से बाज़ आने वाले हैं.

रिटायर ब्रिगेडियर जनरल अदनान अल केनानी अल-मालूमा को इंटरव्यू देते हुए कहा कि तुर्की आईएसआईएस आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह रहा है. अब्दुल्लाह करदाश तुर्की खुफिया सेवा के रंगरूटों में से एक है जो इराक में आईएसआईएस के प्रमुख नेताओं में शामिल रहा है, और उसका भाई इराक और सीरिया में तुर्की खुफिया सेवा और आईएसआईएस के बीच संपर्क अधिकारी है.

ब्रिगेडियर जनरल अदनान अल केनानी ने जोर देकर कहा कि इराक के अंदर कुछ राजनीतिक दलों को भी अंकारा की हिमायत हासिल है, और इन दलों के नेता इराक में महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर हैं.

कुछ सिक्योरिटी एवं मिलिट्री ऑफिसर्स की ओर से भी ऐसे अजीब काम होते हैं जो हमारे सैन्य बलों को तुर्की की अतिक्रमणकारी कार्रवाई का सामना करने से रोके रखती है. वह ऐसी किसी भी परियोजना को बाधित कर देते हैं जो सुरक्षा बलों को तुर्की की प्रगति का मुकाबला करने के लिए मजबूर करे.

 

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