इज़रायली सेना में घायल सैनिकों की संख्या अब 82,400 तक पहुंच गई
इज़रायल के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मंत्रालय के अंतर्गत इलाज पा रहे घायल सैनिकों की संख्या अब 82,400 तक पहुंच गई है। इनमें से लगभग एक तिहाई सैनिक मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं, खासकर युद्ध के बाद तनाव संबंधी विकार (PTSD), से जूझ रहे हैं। यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि युद्ध के शारीरिक नुकसान के साथ-साथ मानसिक चोटें भी गंभीर समस्या बन गई हैं।
इज़रायली सेना के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि, इस समय 31,000 सैनिक मानसिक चोटों से प्रभावित हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यह संख्या लगातार बढ़ रही है और अनुमान है कि 2028 तक कुल घायल सैनिकों की संख्या लगभग 1,00,000 हो जाएगी। इन सैनिकों में से लगभग आधे मानसिक चोटों से पीड़ित होंगे। 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुए युद्ध के बाद से 22,000 नए घायल सैनिक स्वास्थ्य प्रणाली में शामिल किए गए हैं। इन नए घायलों में से 58% सैनिकों को मानसिक चोटें हैं। विशेष रूप से, इस समूह में 63% रिज़र्व सैनिक हैं और लगभग आधे की उम्र 30 साल से कम है।
रक्षा मंत्रालय का अनुमान है कि 2026 के अंत तक लगभग 10,000 और घायल सैनिकों को इलाज की जरूरत होगी, जिनमें ज्यादातर मानसिक चोटों से पीड़ित होंगे। यह आंकड़ा इस बात को स्पष्ट करता है कि युद्ध का मानसिक प्रभाव भी शारीरिक चोटों जितना गंभीर है। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य के इन मामलों का इलाज करना और सेना में पुनर्वास कार्यक्रम चलाना अब पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गया है। इससे यह पता चलता है कि आधुनिक युद्ध में सैनिकों के मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना गंभीर परिणाम ला सकता है।
कुल मिलाकर, यह रिपोर्ट इज़रायल की सेना में बढ़ते मानसिक स्वास्थ्य संकट की ओर ध्यान खींचती है। भविष्य में सेना के लिए यह चुनौती बनी रहेगी कि वह न केवल घायल सैनिकों का शारीरिक इलाज करे, बल्कि उनकी मानसिक स्थिति का भी सही ढंग से इलाज और समर्थन सुनिश्चित करे।

