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ग़ाज़ा में शहीदों की संख्या 56 हज़ार से पार, मौलाना कल्बे जवाद ने हमलों की निंदा की

ग़ाज़ा में शहीदों की संख्या 56 हज़ार से पार, मौलाना कल्बे जवाद ने हमलों की निंदा की

ग़ाज़ा पट्टी में इज़रायली हमलों का सिलसिला लगातार जारी है और शहीदों व घायलों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। ग़ाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार दोपहर जानकारी दी कि पिछले 24 घंटों के दौरान इज़रायली हमलों में कम से कम 79 फ़िलिस्तीनी नागरिक शहीद हुए हैं और 289 अन्य घायल हुए हैं।

मंत्रालय ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग अब भी मलबे के नीचे और रास्तों में फंसे हुए हैं, लेकिन लगातार हो रहे हमलों और कठिन हालात के कारण राहत टीमें उन तक नहीं पहुंच पा रही हैं। ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह स्थिति राहत और बचाव कार्यों को गंभीर रूप से बाधित कर रही है और आशंका है कि असली मृतकों की संख्या घोषित आंकड़ों से कहीं अधिक हो सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 से जारी इज़रायली हमलों में अब तक 56,077 फ़िलिस्तीनी शहीद और 131,848 लोग घायल हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि बीते 24 घंटे में 49 ऐसे लोग शहीद हुए जो ज़रूरी मदद प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि 197 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

दूध पीते बच्चों को इज़रायल ने मारा, उसे सज़ा मिलनी चाहिए”: मौलाना कल्बे जवाद
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने ग़ाज़ा में इज़रायली हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “इज़रायल ने दूध पीते बच्चों को मारा है और उसे हर हाल में सज़ा मिलनी चाहिए।” उन्होंने इसे मानवता के विरुद्ध अपराध बताया और कहा कि, मुसलमानों को चाह‍िए, वह इस ज़ुल्म के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ बुलंद करें।

उन्होंने भारत सरकार से भी मांग की कि वह फ़िलिस्तीन के समर्थन में स्पष्ट और सख़्त रुख अपनाए। कल्बे जवाद ने संयुक्त राष्ट्र की चुप्पी पर भी सवाल उठाए और कहा कि जिन बच्चों का कोई कुसूर नहीं, उनके खून का हिसाब ज़रूर लिया जाएगा। उन्होंने दुनिया के तमाम इंसाफ़ पसंद लोगों से अपील की कि ग़ाज़ा के मज़लूमों के लिए आवाज़ उठाएं और इज़रायल का बहिष्कार करें।

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