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यूएई , जबल अली में हुए विस्फोट के रहस्यों से पर्दा उठा

यूएई , जबल अली में हुए विस्फोट के रहस्यों से पर्दा उठा

 

“जबल अली” विस्फोट / इस्राईली विशेषज्ञों की हत्या और घायल होने के गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा + दस्तावेज़ मीडिया द्वारा जारी अमीराती गुप्त दस्तावेजों में दुबई के अमीरात में जबल अली के बंदरगाह पर 7 जुलाई को हुए विस्फोट के नए विवरण सामने आए हैं।

अल-मायादीन नेटवर्क ने दुबई पुलिस से एक गोपनीय दस्तावेज हासिल किया है, जो पिछले महीने की 7 तारीख़ को जबल अली बंदरगाह पर विस्फ़ोट के बारे में हैं।
ये दस्तावेज़ इस बात की पुष्टि करते है कि विस्फोट उसी समय हुआ जब छह इस्राईली इंजीनियर और विशेषज्ञ जबल अली पोर्ट के मुख्य केंद्र में एक संरक्षित क्षेत्र में एक अमीराती-इजरायल कंपनी के लिए काम कर रहे थे।

लीक हुए दस्तावेजों के अनुसार, विस्फोट में घटनास्थल पर मौजूद तीन इस्राईली इंजीनियरों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

दुबई पुलिस की जांच इस बात पर जोर देती है कि विस्फोट एक “आतंकवादी” ऑपरेशन था जिसने विशिष्ट लक्ष्यों का पीछा किया और पहले से सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी।

मीडिया में लीक हुई एक गोपनीय दस्तावेज़ के अनुसार, इस घटना में बम विस्फोट शामिल था जिसे बंदरगाह के पास एक ट्रक में रखा गया था, और विस्फोट की तीव्रता ऐसी थी कि आग महासागर में खड़े समुंद्री जहाज़ में लग गई थी।

दस्तावेज से इस बात का पता चलता है कि विस्फोट की योजना पहले से बनाई गई थी और विस्फोट का समय इस्राईली इंजीनियरिंग टीम की उपस्थिति में था।

इसके अलावा, विस्फोट की तीव्रता, स्थान और क्षति की सीमा से संकेत मिलता है कि विस्फोट में प्रयुक्त विस्फोटक आमतौर पर एक अज्ञात और असामान्य प्रकार के थे। साथ ही शुरुआती जांच में पता चला कि किस प्रकार का विस्फोटक था जिससे इतना भयानक विस्फोट हो सकता था।

इस बीच, बम बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक के बारे में कई अनुमान लगाए गए हैं,

इसलिए अबू धाबी की विशेष पुलिस टीम द्वारा घटना की आगे की जांच की जा रही है। धमाका इतना जोरदार था कि 50 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों ने इसे महसूस किया। डॉक पर सभी कार्गो को नष्ट करने के अलावा, विस्फोट ने ओशन ट्रेड पर चार कार्गो को भी नष्ट कर दिया।

बात दें कि विस्फोट में तीन इस्राईली इंजीनियरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, साथ ही 12 बंदरगाह कर्मचारी और ओशन ट्रेड जहाज के चार चालक दल के सदस्य, जिन्हें दुबई में रॉयल अस्पताल ले जाया गया था।

दुबई पुलिस के प्रमुख जनरल अब्दुल्ला खलीफा ओबैद सकर अल-मैरी के आदेश के अनुसार, रॉयल अस्पताल के आपातकालीन विभाग और गहन चिकित्सा इकाई में घायल दुबई पुलिस की निगरानी में हैं और कुछ शव दफन किए जा चुके हैं।

रिपोर्ट से पता चलता है कि संयुक्त अरब अमीरात के उच्च पदस्थ अधिकारियों के आदेश से, देश के मीडिया में विस्फोट के बारे में किसी भी जानकारी के प्रकाशन और घटना के समाचार कवरेज पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

दुबई पुलिस का कहना है कि विस्फोट ने इस्राईल के इंजीनियरों को निशाना बनाया, लेकिन जबल अली के बंदरगाह और अन्य बंदरगाहों और घाटों में रासायनिक शिपमेंट की मौजूदगी ने विस्फोट से हुए नुकसान को कई गुना बढ़ा दिया।

साथ ही, दुबई पुलिस ने इस तरह के परिदृश्य की पुनरावृत्ति और संयुक्त अरब अमीरात को व्यापक नुकसान से इंकार नहीं किया।

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