इज़राइल के बुनियादी स्तंभ पर सबसे बड़ा साइबर हमला: हारेत्ज़
इज़राइल एक बार फिर साइबर हमले का शिकार हुआ है जिसके बारे में आज हिब्रू भाषा के समाचार पत्र हारेत्ज़ ने कहा कि साइबर हमले की घटना का संदेह है क्योंकि आंतरिक मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, न्याय मंत्रालय, कल्याण मंत्रालय और प्रधानमंत्री की वेबसाइटों ने काम करना बंद कर दिया है, जिससे ऐसा ज़ाहिर होता है कि यह एक साइबर हमला है।
इज़राइल के एक अधिकारी ने भी साइबर हमले की बात स्वीकार करते हुए यह कहा कि सोमवार को होने वाला साइबर हमला एक बड़ा साइबर हमला था।
इसी प्रकार इज़राइल के एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि यह साइबर हमला इज़राइल के ख़िलाफ़ सबसे बड़ा साइबर हमला था और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हमले के पीछे कोई सरकार या किसी बड़े संगठन का हाथ हो सकता है ।
उन्होंने ईरान का नाम लेते हुए कहा कि व्यापक रूप से ईरान द्वारा किए गए साइबर हमले के परिणामस्वरूप मोसाद की वेबसाइट ने काम करना बंद कर दिया है।
इज़राइल की मीडिया के माध्यम से यह भी सामने आया है कि इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नफ़्ताली बेनेट ने तुरंत कैबिनेट बैठक 2 घंटे से अधिक समय तक बैठक छोड़ दी और उनके कार्यकाल की ओर से भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
इज़राइल की मीडिया ने इस साइबर हमले के बारे में भी चर्चा की है कि ऐसा साइबर हमला जिससे इज़राइल के कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की वेबसाइटों ने काम करना बंद कर दिया और साथ ही इस बात का मूल्यांकन भी किया कि इस हमले के पीछे ईरानी हैकर्स का हाथ था।
इज़राइल की मीडिया ने बड़े पैमाने पर इस साइबर हमले को इज़राइली मंत्रालयों की वेबसाइटों का पतन कहा और साथ ही यह भी जानकारी दी कि अभी तक उन वेबसाइटों तक पहुंचना संभव नहीं हो पाया।