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क़तर के पूर्व प्रधानमंत्री की सलाह, अमेरिका के चंगुल से निकले यूरोप

क़तर के पूर्व प्रधानमंत्री की सलाह, अमेरिका के चंगुल से निकले यूरोप

क़तर के पूर्व प्रधानमंत्री ने यूरोपीय देशों को अमेरिका के चंगुल से निकलने की सलाह देते हुए कहा कि यूरोप को अब अमेरिका के पंजे से आज़ाद हो जाना चाहिए.

क़तर के पूर्व प्रधानमंत्री हम्द बिन जासिम ने यूरोपीय देशों को चीन के साथ रिश्ते बढ़ाने की सलाह देते हुए कहा कि यूरोप को अमेरिका के परब्भाव से निकलते हुए अब चीन की ओर देखने की ज़रूरत है.

रशिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार हम्द बिन जासिम ने यूरोप का भविष्य अमेरिका के चंगुल से निकलने पर टिका हुआ है. उसे अपना भविष्य सुरक्षित रखना हिअ तो अमेरिका से छुटकारा पाना होगा. यही नहीं हम्द बिन जासिम ने यूक्रेन संकट के समाधान के लिए भी चीन से वार्ता का समर्थन किया है. उनके अनुसार यूक्रेन संकट का हल चीन के साथ बातचीत में छुपा हुआ है.

हम्द बिन जासिम ने लिखा कि यूरोपीय देश खास कर जर्मनी यूक्रेन जंग के कारण बेहद मुश्किल दौर से गुज़र रहा है. एक ओर यूक्रेन जंग के कारण उपजी मुश्किलें दूरी ओर अमेरिका के चंगुल से न निकल पाने की बेबसी ने जर्मनी को अजीब मुश्किल में डाल दिया है.

हम्द बिन जासिम ने लिखा कि यूरोप के अमेरिकी चंगुल से न निकल पाने का मुख्य कारण यूरोप की फौजी कमज़ोरी उनकी आर्थिक और राजनीतिक हालात की नाजुकता है.

उन्होंने कहा कि यूरोप को फ़्रांस और जर्मनी के नेतृत्व में चीन के साथ बातचीत शुरू करना चाहिए ताकि ताइवान के संबंध में वाशिंगटन और बीजिंग के बीच किसी भी सैन्य टकराव को रोका जा सके. हम्द बिन जासिम ने हालाँकि चीन और अमेरिका के बीच किसी भी सैन्य टकराव की संभावना का इंकार किया है.

हम्द बिन जासिम ने अपने ट्वीट के अंत में कहा कि किसी भी टकराव का सबसे अधिक नुकसान यूरोप को उठाना पड़ेगा. सही यही होगा कि चीन के साथ बातचीत कर के किसी भी टकराव को टाला जाए. यह बातचीत यूक्रेन सनकत को हल करने में भी मददगार साबित होगी जिसे हल करने का अभी दूर दूर तक कोई उपाय समझ में नहीं आ रहा है.

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