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सीरिया में आतंकवादियों ने सैन्य बस को बनाया निशाना, 13 सैनिकों की मौत

सीरिया में आतंकवादियों ने सैन्य बस को बनाया निशाना, 13 सैनिकों की मौत रविवार दोपहर होम्स प्रांत के तादमोर रेगिस्तान में आतंकवादियों ने एक सीरियाई सैन्य बस को निशाना बनाया।

सीरियाई समाचार एजेंसी सना के अनुसार तीसरे तेल पंपिंग स्टेशन के पूर्व में हुए आतंकवादी हमले में कई अधिकारियों सहित कम से कम 13 सीरियाई सेना के सैनिक मारे गए और 18 अन्य घायल हो गए। हमा प्रांत के पूर्व में होम्स प्रांत के रेगिस्तान और तादमोर क्षेत्र को आईएसआईएस आतंकवादी गतिविधि का मुख्य केंद्र माना जाता है। सीरियाई सेना ने इस क्षेत्र में बार-बार खोज और समाशोधन अभियान चलाया है। इस संबंध में 17 फरवरी को सीरियाई सेना के विशेष बलों ने तादमोर में प्रवेश किया और होम्स प्रांत के रेगिस्तान में अभियान को साफ करना शुरू कर दिया।

सरकारी समाचार एजेंसी सना ने बताया कि मध्य सीरिया के क्षेत्र में हुये इस हमले में 18 सैनिक घायल हो गए और आतंकवादियों ने हमले में कई तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया। कहा गया है कि इस घटना के संबंध में विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है और अब तक किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

इस साल सीरिया में वैश्विक आतंकी संगठन आईएस यानी आईएसआईएस के संदिग्ध लड़ाकों ने सेना के वाहनों पर कई हमले किए हैं। अभी तक इस संगठन के आतंकी रेगिस्तानी इलाकों से ही काम कर रहे थे लेकिन अब इन्होंने शहरों में हमले करना शुरू कर दिया है। दमिश्क में विस्फोट दुर्लभ हैं क्योंकि राष्ट्रपति बशर अल-असद के प्रति वफादार सैनिकों ने शहर के चारों ओर विद्रोहियों के क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है। रूस की सैन्य उपस्थिति और ईरान की मदद से असद अब देश के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करते हैं

सीरिया में मार्च 2011 में युद्ध शुरू हुआ था। जिसमें अभी तक करीब 350,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और देश की आधी आबादी विस्थापित हो गई है जिसमें 50 लाख लोग विदेश में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। इसके अलावा देश की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। बहुत से नागरिकों की मौत सरकारी हमलों में भी हुई है। सरकार और उसके समर्थन वाली दूसरे देशों की सेना ने विद्रोहियों को निशाना बनाते हुए स्कूलों और अस्पतालों पर हमले किए हैं जिसके कारण आम नागरिकों की मौत हुई है। इसके अलावा सेना और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों में भी आम नागरिक अपनी जान गंवाते हैं।

 

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