विदेशों में रह रहे सीरियाई नागरिकों से वतन लौटने की अपील
सीरिया में प्रधानमंत्री पद संभालते ही विपक्षी ताकतों के नेता मोहम्मद अल-बशीर ने देश छोड़ने पर मजबूर हुए सीरियाई नागरिकों से अपने वतन लौटने की अपील की है। इटली के एक अखबार से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के मूल उद्देश्य और प्राथमिकताओं में से एक “उन लाखों सीरियाई नागरिकों को वतन वापस लाना है, जो विदेशों में शरणार्थियों की तरह जीवन बिता रहे हैं।”
इस बीच, मंगलवार से सीरिया में बैंक, सरकारी दफ्तर और दुकानें खुलने लगी हैं, जिसके बाद हालात तेजी से सामान्य होते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, इज़रायल द्वारा सीरिया की सैन्य सुविधाओं पर हमले का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। सीरियाई सीमा पर दोनों बार्डर क्रॉसिंग, बाब अल-होवा और बाब अल-सलामा पर तुर्की की ओर लोगों की भीड़ सोमवार दोपहर से लगनी शुरू हो गई थी। यह भी ध्यान देने योग्य है कि हयात तहरीर अल-शाम के आतंक के कारण बहुत से नागरिक दमिश्क से भागने पर मजबूर हो गए थे।
सीरिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-बशीर ने विदेशों में रह रहे सीरियाई नागरिकों को सीरिया का अहम हिस्सा बताते हुए कहा, “वे हमारे लिए मानव संसाधन हैं, उनके अनुभव देश के विकास में सहायक होंगे।” उन्होंने कहा, “मैं विदेशों में रहने वाले सभी सीरियाई नागरिकों से कहना चाहता हूं कि अब सीरिया एक स्वतंत्र देश है, उसने अपनी इज्जत और गौरव वापस पा लिया है, आप सभी वापस आ जाइए, हमें देश की पुनर्निर्माण में मदद की जरूरत है और इसके लिए हमे आप सभी की मदद चाहिए।”
सत्ता में बदलाव के बाद जनता में विश्वास बहाली की कोशिश करते हुए नए शासकों ने सोशल मीडिया पर एक बयान पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने हर नागरिक की व्यक्तिगत स्वतंत्रता और चुनाव के सम्मान का वादा किया। अंतरिम सरकार की जनरल कमान ने कहा, “महिलाओं के पहनावे में दखल देना या कोई प्रतिबंध लगाना सख्ती से मना है, जिसमें शिष्टता (सामाजिक मूल्यों) का पालन भी शामिल है।”
अंतरिम सरकार की नेतृत्व ने कहा, “देश की नई अंतरिम प्रशासन हर व्यक्ति को व्यक्तिगत स्वतंत्रता की गारंटी देती है और यह कि व्यक्तियों के अधिकारों का सम्मान एक सभ्य राष्ट्र के निर्माण की नींव है।” इस बीच, मंगलवार से सीरिया के बैंक, दफ्तर और दुकानें फिर से खुल गई हैं। विभिन्न मंत्रालयों ने अपने-अपने कर्मचारियों को मंगलवार से काम पर लौटने का आदेश देते हुए यह घोषणा की कि “उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।”