इज़रायली क़ब्ज़े वाले बंदरगाह ‘इलात’ में अचानक चेतावनी के सायरन
गुरुवार तड़के कब्जे वाले फ़िलिस्तीन के दक्षिणी इलाके में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ‘इलात’ बंदरगाह पर अचानक चेतावनी सायरन बजने लगे। इज़रायली मीडिया के अनुसार, सायरन बजने का कारण एक बिना पायलट के विमान (ड्रोन) का हवाई क्षेत्र में प्रवेश बताया जा रहा है।
कुछ स्थानीय रिपोर्टों ने दावा किया कि इलात बंदरगाह के पास विस्फोट की आवाज़ें सुनी गईं, जिससे इलाके में तनाव और डर का माहौल बन गया। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब क्षेत्र में सुरक्षा चिंताएं पहले से ही बढ़ी हुई हैं। इलात, जो लाल सागर के किनारे स्थित है, न केवल इज़रायल के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है, बल्कि एक सामरिक सुरक्षा बिंदु भी है।
सुरक्षा बलों का बयान और विरोधाभासी दावे
हालांकि, इज़रायली सेना ने इन दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि चेतावनी सायरन गलती से सक्रिय हुए थे। सेना के अनुसार, यह तकनीकी त्रुटि का मामला हो सकता है, और इलाके में किसी भी वास्तविक खतरे की पुष्टि नहीं हुई है। इसके बावजूद, घटनास्थल पर त्वरित प्रतिक्रिया बलों को तैनात किया गया और आसमान में इज़रायली वायुसेना के जेट विमानों को गश्त करते हुए देखा गया।
इलात बंदरगाह हाल के महीनों में कई बार सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुर्खियों में रहा है। इज़रायल और उसके पड़ोसी देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल और ड्रोन तकनीक का बढ़ता उपयोग इस तरह की घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ा देता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन का प्रवेश संभवतः एक परीक्षण या चेतावनी हो सकता है, जबकि कुछ लोग इसे इज़रायली सेना की खामियों के रूप में देख रहे हैं।
इलाके में दहशत का माहौल
स्थानीय निवासियों ने इस घटना के बाद अपनी चिंता व्यक्त की है। इलात जैसे सामरिक और व्यापारिक केंद्र पर इस तरह की घटनाएं, विशेष रूप से सुरक्षा तंत्र की नाकामी के दावों के साथ, स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर सवाल खड़े कर रही हैं।इज़रायली सेना और खुफिया एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। यह देखने वाली बात होगी कि सायरन बजने के पीछे की वास्तविक वजह क्या थी—क्या यह वाकई एक संभावित हमला था, या फिर तकनीकी त्रुटि का परिणाम? इज़रायली सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना ने सुरक्षा तंत्र को फिर से जांचने की आवश्यकता पर बल दिया है।