ISCPress

ग़ाज़ा में खाद्य सहायता की आपूर्ति पर सख्त प्रतिबंध, भुखमरी का खतरा

ग़ाज़ा में खाद्य सहायता की आपूर्ति पर सख्त प्रतिबंध, भुखमरी का खतरा

ग़ाज़ा में खाद्य और अन्य सहायता की आपूर्ति पर इज़राइल द्वारा लगाए गए सख्त प्रतिबंधों के कारण उत्तरी ग़ाज़ा में फंसे 4 लाख लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। फिलिस्तीन में सहायता की आपूर्ति की जिम्मेदारी निभाने वाली संयुक्त राष्ट्र की उप-एजेंसी “यूएनडब्ल्यूआरए” ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को चेतावनी दी है कि ग़ाज़ा में काम करना अब असंभव होता जा रहा है। हालात को देखते हुए फ्रांस, ब्रिटेन और अल्जीरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाने की मांग की है, जबकि अमेरिका ने भी तेल अवीव को चेतावनी दी है कि यदि 30 दिनों में सहायता आपूर्ति की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो सैन्य सहायता रोक दी जाएगी।

1 अक्टूबर से खाद्य सहायता की आपूर्ति बंद
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य कार्यक्रम (यूएनडब्ल्यूएफपी) ने ग़ाज़ा में बढ़ते मानवीय संकट पर कहा है कि “इज़राइल उत्तरी ग़ाज़ा तक खाद्य सामग्री की आपूर्ति को रोक रहा है। इससे भुखमरी का खतरा बढ़ गया है।” 7 अक्टूबर 2023 को हमलों की शुरुआत से ही इज़राइल भुखमरी को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस समय जो सख्तियाँ बरती जा रही हैं, वे साल भर की जंग में सबसे गंभीर हैं। संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के अनुसार, “उत्तरी ग़ाज़ा के लिए मुख्य क्रॉसिंग 1 अक्टूबर से बंद है, जिससे आवश्यक आपूर्ति, जिसमें खाद्य सामग्री, चिकित्सा उपकरण और दवाएं शामिल हैं, लगभग पूरी तरह से नहीं पहुंच पा रही हैं।”

बच्चों की हालत बयान से बाहर: यूनिसेफ
बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी “यूनिसेफ” के प्रवक्ता जेम्स एल्डर के अनुसार, “दिन-ब-दिन बच्चों की स्थिति पहले से बदतर होती जा रही है।” एल्डर ने दुःख व्यक्त किया कि “सहायता की मात्रा में वृद्धि की सख्त जरूरत के बावजूद पहुँच की स्थिति बदतर होती जा रही है।” उन्होंने कहा कि “पिछले हफ्ते कई दिन ऐसे गुजरे जब एक भी सहायता ट्रक को उत्तरी ग़ाज़ा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।”

सुरक्षा परिषद की बैठक की मांग
इस बीच ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने जानकारी दी है कि ब्रिटेन, फ्रांस और अल्जीरिया ने ग़ाज़ा में मानवीय संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक की मांग की है। डेविड लेमे ने बुधवार को मांग की कि इज़राइल यह सुनिश्चित करे कि सहायता के रास्ते खुले रहें और नागरिकों को आवश्यक भोजन और चिकित्सा सहायता मिलती रहे। लेमे ने चिंता व्यक्त की कि “उत्तरी ग़ाज़ा में मानवीय संकट गंभीर होता जा रहा है, बुनियादी चीजों तक पहुंचना मुश्किल और असंभव हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पिछले दो हफ्तों में इस क्षेत्र में बहुत ही कम मात्रा में खाद्य सहायता पहुँच पाई है।”

इज़राइल को अमेरिका की चेतावनी
अमेरिका ने ग़ाज़ा में सहायता की स्थिति में सुधार के लिए इज़राइल को 30 दिनों का समय दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इज़राइल के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर ग़ाज़ा में सहायता की स्थिति सुधारने की हिदायत दी है। पत्र में कहा गया है कि अमेरिका को ग़ाज़ा में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गंभीर चिंता है और इस स्थिति में सुधार के लिए इज़राइली सरकार के तुरंत कदम उठाना आवश्यक हैं। इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि “अमेरिकी सैन्य सहायता की रुकावट से बचने के लिए इज़राइल ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की स्थिति को 30 दिनों में बेहतर बनाए।”

दक्षिणी और उत्तरी ग़ाज़ा में खाद्य सामग्री की कीमतें:

सब्ज़ी दक्षिणी ग़ाज़ा उत्तरी ग़ाज़ा
खीरा (प्रति किलो) $8 (₹670) $150 (₹12,600)
बैंगन (प्रति किलो) $5 (₹420) $15 (₹1,260)
चीनी (प्रति किलो) $28 (₹2,350) $60 (₹5,000)
आटा (25 किलो) $150 (₹12,600) $1,000 (₹84,000)
पानी (प्रति लीटर) $2 (₹168) $2 (₹168)
खाद्य तेल (प्रति लीटर) $8 (₹670) $9 (₹756)

Exit mobile version