अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के साथ ही अब सऊदी अरब भी अपनी छवि को सुधारने तथा बाइडेन प्रशासन से सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से बंदी बनाये गए सामाजिक कार्यकर्ताओं को एक एक कर आज़ाद करने में लगा हुआ है।
बता दें अभी हाल ही में सऊदी अरब ने सरकार विरोध प्रदर्शन के आरोप में तीन शिया युवकों की मौत की सजा को क़ैद में बदला है ज्ञात रहे कि जब इन युवाओं को बंदी बनाया गया था तो वह क्रमशः 17 एवं 15 वर्ष के थे।
अब खबर है कि सऊदी अरब महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली लजीन हज़लूल को जेल से रिहा करने जा रहा है। लजीन हज़लूल की बहन उल्या हज़लूल ने खबर देते हुए बताया कि मैंने आज अपनी सब मीटिंग रद्द कर दी हैं क्योंकि आने वाले बृहस्पतिवार को मेरी बहन लजीन हज़लूल क़ैद से आज़ाद हो रही है।
याद रहे कि सऊदी अरब की विशेष अदालत ने इस कार्यकर्ता को 5 साल 8 महीने क़ैद की सजा सुनाई थी।