सऊदी अरब और ईरान ने इतिहास रचा, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध हुए बहाल
बीजिंग में जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, सऊदी अरब और ईरान राजनयिक संबंध फिर से शुरू करने और दोनों देशों के दूतावासों को फिर से खोलने पर सहमत हो गए हैं. तीनों देशों का यह बयान आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने शुक्रवार को जारी किया।
अल-अरबिया न्यूज़ वेबसाइड पर प्रकाशित खबर के अनुसार, दोनों पक्षों ने राज्यों की संप्रभुता का सम्मान करने, उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और 2001 में उनके बीच संपन्न सुरक्षा सहयोग समझौते को सक्रिय करने पर सहमति व्यक्त की है। संयुक्त बयान में कहा गया है कि रियाद और तेहरान राज्यों की संप्रभुता और उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के प्रति सम्मान की पुष्टि करते हैं।
सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक, समझौते में इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों देश दो महीने की अवधि के भीतर अपने दूतावास फिर से खोलेंगे। सऊदी अरब, ईरान और चीन के एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि बीजिंग में हुए समझौते में सऊदी और ईरानी विदेश मंत्री राजदूतों के आदान-प्रदान की व्यवस्था करने और आपसी संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए मिले हैं।
सऊदी प्रेस एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक त्रिपक्षीय बयान में कहा गया है कि तेहरान और रियाद ने 1998 में अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, विज्ञान, संस्कृति, खेल और युवाओं के क्षेत्र में सहयोग पर एक सामान्य समझौते पर हस्ताक्षर करने पर भी सहमति व्यक्त की।
संयुक्त बयान के मुताबिक, तीनों देशों ने ‘क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा’ को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया। बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब और ईरान ने 2021-2022 में दोनों पक्षों के बीच वार्ता की मेजबानी के लिए इराक और ओमान को धन्यवाद दिया। सऊदी अरब और ईरान ने भी इन सफल वार्ताओं की मेजबानी के लिए चीन को धन्यवाद दिया