Site icon ISCPress

ईरान की संप्रभुता के सम्मान में रूस ने परमाणु ईंधन निकासी में मदद का ऐलान किया

ईरान की संप्रभुता के सम्मान में रूस ने परमाणु ईंधन निकासी में मदद का ऐलान किया

रूस ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के अधिकार का सम्मान करता है और इस्लामी गणराज्य के खिलाफ किसी भी तरह के दबाव की नीति का पक्षधर नहीं है।

रूस के उप विदेश मंत्री ने आज बयान दिया कि मॉस्को, तेहरान और वॉशिंगटन के बीच समझौते की दिशा में व्यावहारिक मदद देने को तैयार है। इसी क्रम में, रूस ईरान से अतिरिक्त को सुरक्षित रूप से बाहर ले जाने की सेवा प्रदान करेगा, ताकि वार्ता में अविश्वास को कम किया जा सके और तनाव का समाधान खोजा जा सके।

एक दिन पहले, रूसी अधिकारी सर्गेई रियाबकोव ने भी पुष्टि की थी कि रूस और अमेरिका, पश्चिमी एशिया के गंभीर मुद्दों पर मिलकर काम कर रहे हैं, जिनमें ईरान का परमाणु कार्यक्रम प्रमुख विषय है।

यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका, ईरान के संवर्धन कार्यक्रम पर विरोधाभासी रुख अपना रहा है। लेकिन ईरान ने बार-बार दोहराया है कि यूरेनियम संवर्धन उसकी संप्रभुता और वैज्ञानिक अधिकार का हिस्सा है और यह किसी सौदे या समझौते का विषय नहीं बन सकता।

10 जून को ओमान के विदेश मंत्री, अमेरिका की ओर से एक प्रस्ताव लेकर तेहरान पहुँचे। इसके जवाब में ईरान ने भी एक “तर्कसंगत, संतुलित और व्यावहारिक” प्रस्ताव तैयार किया है, जो जल्द ही ओमान के माध्यम से अमेरिका को सौंपा जाएगा।

यह सभी घटनाक्रम 25 जून को मस्कट (ओमान) में होने वाली छठी अप्रत्यक्ष ईरान-अमेरिका वार्ता से पहले एक नई कूटनीतिक गतिशीलता को दर्शाते हैं, और इस बार ईरान की स्थिति पहले से अधिक स्पष्ट, मजबूत और आत्मविश्वास से भरी हुई है। ईरान यह दिखा रहा है कि, वह बातचीत में भागीदार तो है, लेकिन दबाव और अनुचित शर्तों के सामने झुकने वाला नहीं।

Exit mobile version